“उत्तर प्रदेश रेरा” की “टेक्निकल टीम ने “श्री राधा स्काई गार्डन सोसाइटी” का निरीक्षण किया
ग्रेनो वेस्ट-: आज दिनाँक 07 जून 2022 को “उत्तर प्रदेश रेरा” की “टेक्निकल टीम ने “श्री राधा स्काई गार्डन सोसाइटी” का निरीक्षण किया जिसमे भारी अनिमितताएं पायी गयी
श्री राधा स्काई गार्डन के 100 से ज्यादा निवासियों ने श्री ग्रुप बिल्डर की खिलाफ जानलेवा, मुलभुत सुविधाओं एवं गलत मेंटेनेंस चार्जेज के खिलाफ जनवरी- फ़रबरी महीने मे रेरा में केस किया था जिसमे उत्तर प्रदेश रेरा की लखनऊ एवं गौतम बुद्ध नगर बेंच के द्वारा कोरोना की बजह से वर्चुअल माध्यम से 2 अलग-अलग बार सुनवाई की गयी थी जिसमे शिकायतकर्ताओं के साथ श्री ग्रुप बिल्डर की तरफ से उनके वकीलों ने हिस्सा लिया था.
पिछली सुनवाई के पश्चात उत्तर प्रदेश रेरा की लखनऊ बेंच के द्वारा श्री राधा स्काई गार्डन सोसाइटी का टेक्निकल टीम के द्वारा शिकायतकर्ताओं के साथ निरीक्षण करने का आर्डर दिया गया था जिसके पश्चात आज उत्तर प्रदेश रेरा, टेक्निकल टीम की तरफ से श्री विनोद जी सोसाइटी परिसर में निरिक्षण करने के लिए आये एवं श्री ग्रुप बिल्डर की तरफ से उनके वकील श्री डी के शर्मा एवं प्रोजेक्ट मैनेजर श्री कुंजबिहारी शर्मा तथा 50-60 से ज्यादा शिकायतकर्ता निवासीगण उपस्थित रहे.
निरिक्षण के दौरान यूपी रेरा की टेक्निकल टीम को सोसाइटी परिसर में ढेर सारी अनिमितताएं देखने को मिली, पुरे बेसमेंट में जगह जगह से पिलर्स के माध्यम से गंदे पानी का लीकेज हो रहा है जिसकी बजह से पुरे बेसमेंट में गन्दा जलभराव एवं टॉवर में सीपेज साफ़ साफ़ दिख रहा है जिससे टावर्स कमजोर हो रहे है एसटीपी पूरी तरह से फंक्शनिंग नहीं है जो कि अपने आप में एक बहुत बड़ी चिंता का विषय है हर हफ्ते ट्रैक्टर एवं टैंकर के माध्यम से सीवर साफ़ किये जाते है.
रिज़र्व कार पार्किंग लाखो रूपए लेने के बाबजूद बिल्डर के द्वारा निवासियों को 4 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाबजूद आज तक नहीं दिया गया है जिस बजह से निवासियों में पार्किंग को लेकर आये दिन झगडे होते है.
फायर फाइटिंग के नाम पर पूरे सोसाइटी परिसर में सिर्फ हाइड्रेंट पाइप शोपीस बने हुए है पुरे सोसाइटी परिसर में एक भी वैलिड फायर सिलिंडर नहीं है जो कि कभी भी किसी भी बड़ी दुर्घटना के लिए पर्याप्त है जिसमे निवासियों के पास जानमाल की हानि के अलावा कोई और रास्ता नहीं होगा।
क्लब हाउस आज भी 4 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाबजूद निवासियों को कम्पलीट करके नहीं दिया गया है और ना ही आज स्विमिंग पूल हैंडओवर किया गया है जबकि इसके एवज में बिल्डर ने निवासियों से लाखो रूपए इन सुविधाओं के नाम पर भी बसूले है.
निरीक्षण के दौरान कई सारे टावर्स की लिफ्ट्स भी बंद पड़ी मिली और टावर में 2 की बजाय सिर्फ 1 ही लिफ्ट चालू हालत में मिली जिसके AMC भी खत्म हो चुकी है और कई बार टावर्स की दोनों लिफ्ट्स बंद हो जाती है जिससे निवासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
बिल्डर निवासियों से बिजली का बिल प्रीपेड मीटर के माध्यम से लेता है बाबजूद इसके बिल्डर के द्वारा NPCL का 40- 50 लाख से ज्यादा का बिल बकाया है जिसकी बजह से कई बार NPCL के द्वारा सोसाइटी की बिजली बंद कर दी जाती जिसका खामियजा प्रीपेड बिल देने के बाबजूद निवासियों को झेलना पड़ता है और इसके साथ-साथ बिल्डर ने सोसाइटी के निवासियों को 2500 KW से ज्यादा DG का बैकअप सैंक्शन करके बेचा हुआ है लेकिन सोसाइटी में सिर्फ 1250 KVA के 2 DG (750 केवीए एवं 500 केवीए) लगाए हुए है जिसकी बजह से NPCL के द्वारा पावर सप्लाई जाने के पश्चात DG के लोड पर बहुत ज्यादा बिजली का फ्लक्चुएशन होता है जिस बजह से कई बार कई निवासियों के इलेक्ट्रिक एप्लायंसेज खराब हो गए क्योकि बिल्डर सैंक्शन लोड से कम पावर बैकअप सप्लाई करता है लेकिन पैसा प्रीपेड मीटर से पुरे लोड सैंक्शन के हिसाब से लेता है जोकि अपने आप में निवासियों के साथ बहुत ज्यादा अन्याय है.
इसके अलावा निरीक्षण के दौरान “चिल्ड्रेन्स पार्क, सीसीटीवी कैमरा, खुले हुए शाफ़्ट, आधे अधूरे सिक्योरिटी गार्ड्स, हाउसकीपिंग स्टाफ एवं दूसरे जरुरी स्टाफ मेंबर्स की कमी, आदि.
उत्तर प्रदेश रेरा टेक्निकल टीम के अधिकारीयो ने खुद से कहा कि निवासियों के द्वारा की कम्प्लेन जायज है और निवासियों के साथ बिल्डर के द्वारा अन्याय नहीं करने दिया जाएगा, निरीक्षण रिपोर्ट बिना किसी भेदभाव एवं निष्पक्षता के हिसाब से बनाई जायेगी और इसके लिए रेरा कोर्ट के द्वारा अगली सुनवाई के पहले अपलोड कर दी जायेगी।
इस दौरान मुख्य रूप से समीर कपूर, सत्यवीर राजपूत, गौरव पटेल, मृगांक कुमार, अनुराग शरण, पियूष शर्मा, रजनीश, महेश शर्मा, अरुण जलुआ, चिराग, मानवेन्द्र, अनिल सिन्हा, मुकुल सिंह, सनी कुमार, मौसमी बरुआह,अमरीश एवं कई अन्य साथी निवासीगण उपस्थित रहे.