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नाबालिगों की जेल में किशोर की संदिग्ध मौत, हत्या और अपहरण के मामले में हुआ था गिरफ्तार

मुजफ्फरनगर मेें मोहल्ला आर्यपुरी स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) में 17 वर्षीय किशोर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। किशोर अपहरण कर हत्या के मामले में यहां बंद था। मौत के कारणों का पता नहीं चल सका। इसका कारण जानने के लिए सदर तहसीलदार अमित कुमार ने पुलिस की मौजूदगी में पंचनामा भर कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।

राजकीय संप्रेक्षण गृह में विभिन्न आरोपों में 41 किशोरों को सुधार के लिए रखा गया है। इनमें चरथावल क्षेत्र का किशोर भी शामिल था। बताया गया कि रविवार शाम लगभग चार बजे अन्य किशोरों के साथ नाश्ता किया था। इसके बाद सभी अपने कमरों में चले गए थे। कुछ देर बाद ही किशोर फर्श पर गिर गया। वहां मौजूद कर्मचारी उसे जिला अस्पताल ले गए। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसकी जानकारी पाकर राजकीय संप्रेक्षण गृह के प्रभारी (जिला प्रोबेशन अधिकारी) सतीश गौतम आदि अधिकारियों ने संप्रेक्षण गृह पहुंच कर निरीक्षण किया। बच्चों से वार्ता की।

अधिकारियों के बयान में विरोधाभास

जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर राकेश कुमार का कहना है कि किशोर को मृत हालत में लाया गया था, जबकि प्रोबेशन अधिकारी सतीश गौतम ने कहा कि किशोर को हालत खराब होने पर अस्पताल ले जाया गया था, वहां उसकी मौत हो गई।

पैनल से होगा पोस्टमार्टम

प्रोबेशन अधिकारी ने कहा कि किशोर की मृत्यु के कारणों की जांच के लिए डॉक्टर्स का पैनल गठित करा कर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। प्रकरण में जिलाधिकारी एवं जिला जज को पत्र लिखा गया है। यह भी बताया कि संप्रेक्षण गृह में किशोरों को ठंड से बचाव के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।

मृतक किशोर को जिला अस्पताल में मृत घोषित किया गया। वह अपहरण कर हत्या के मामले में संप्रेक्षण गृह में था। उसे बड़ी जेल से 23 मई को संप्रेक्षण गृह में लाया गया था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। – आनंद देव मिश्र, प्रभारी शहर कोतवाली।

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