अयोध्या में भाजपा के प्रत्याशी के वाहन के काफिले पर फायरिंग के मामले में सपा प्रत्याशी अभय सिंह गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Elections-2022) के बीच अयोध्या में बीजेपी और सपा कार्यकर्ताओं के बीच जमकर बवाल हुआ. वहीं, सपा प्रत्याशी अभय सिंह के समर्थकों और भाजपा प्रत्याशी आरती तिवारी के बीच हुए मारपीट मामले में पुलिस ने सपा प्रत्याशी अभय सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक अभय सिंह को आज सुबह उनके घर से गिरफ्तार किया गया है. यह घटना महाराजगंज क्षेत्र के नेवकबीरपुर की है और विवाद के बीच दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर फायरिंग व वाहनों में तोड़फोड़ करने का भी आरोप लगाया है. इस बीच घटना की सूचना पाकर महराजगंज थाने पहुंचे मीडियाकर्मियों के समर्थकों को भी समर्थकों ने पीटा और इसमें कई मीडियाकर्मियों को गंभीर चोटें आई हैं.
हालांकि यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी गोसाईंगंज में बीजेपी और सपा समर्थकों के बीच विवाद हो चुका है और शुक्रवार को तीसरी बार दोनों के बीच हिंसक झड़प हुई है. इससे पहले महाराजगंज और बीकापुर में इन दोनों पक्षों के बीच विवाद हो चुका है। भाजपा समर्थकों का आरोप है कि सपा समर्थकों ने थाने में घुसकर हंगामा किया, लेकिन पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है. उधर, भाजपा समर्थक विकास सिंह का कहना है कि वह नेवाकबीरपुर से निमंत्रण लेकर घर आ रहे थे और रास्ते में सपा प्रत्याशी अभय सिंह की मौजूदगी में उनके समर्थकों ने उन पर हमला कर दिया और वाहनों में तोड़फोड़ की और फायरिंग की.
वहीं इस मामले में सपा प्रत्याशी और बाहुबली के पूर्व विधायक अभय सिंह ने आरोप लगाया कि विकास सिंह और उनके लोग हथियार लेकर रास्ते में खड़े थे और उन्होंने उन पर हमला कर दिया. मौके से सीधे थाने पहुंचकर पुलिस को सूचना दी गई। उनका कहना है कि सपा समर्थकों ने पुलिसकर्मियों या मीडिया के साथ कोई अभद्रता नहीं की है.
इस बार आरती तिवारी अयोध्या की गोसाईंगंज सीट से चुनाव लड़ रही हैं और वह बीजेपी के पूर्व विधायक खब्बू तिवारी की पत्नी हैं. खब्बू तिवारी की विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई और उन्हें अदालत ने पांच साल की सजा सुनाई। जिसके बाद बीजेपी ने गोसाईंगंज सीट से आरती तिवारी को टिकट दिया है.