उत्तराखण्ड। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज बुधवार को देहरादून में पशु पालन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर प्रदेश में 60 मोबाईल पशु चिकित्सालय इकाई, गोट वैली, नाबार्ड (आरआईडीएफ) एवं राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अन्तर्गत विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। साथ ही उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित कर अपने संबोधन में यह बातें भी कहीं।
केंद्र सरकार के सहयोग के बिना हम इतने महत्वपूर्ण कार्य नहीं कर सकते :
60 मोबाइल पशु चिकित्सा अस्पताल इकाई का उद्घाटन करने पर उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा- 60 नए मोबाइल पशु चिकित्सालयों के मिलने से हमें पशुओं के इलाज में काफी मदद मिलेगी। आज जितने भी कार्यक्रम शुरू हो रहे हैं यह सभी डबल इंजन सरकार के साझा प्रयासों का प्रतिफल हैं। बिना केंद्र सरकार के सहयोग के हम इतने महत्वपूर्ण कार्य नहीं कर सकते। केंद्र और राज्य के सामंजस्य से विकास का पहिया तेजी से चल पाता है। मैं आदरणीय प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार प्रकट करता हूं कि हमारे राज्य को उनका विशेष सहयोग मिलता है।
पूरे पशुपालन का राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में 3 प्रतिशत योगदान है। मेरा मानना है कि पशुपालन में निवेश करना ग्रामीण क्षेत्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
राष्ट्रीय गोकुल मिशन के कई लक्ष्यों को हमने प्राप्त कर लिया है :
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगे यह भी बताया कि, ”राष्ट्रीय गोकुल मिशन के कई लक्ष्यों को हमने प्राप्त कर लिया है। गायों के क्लोनिंग के क्षेत्र में उत्तराखण्ड जल्द पहला राज्य बनने जा रहा है। बकरी पालन में भारत सरकार 50 प्रतिशत की सब्सिडी दे रही है, इससे पशुपालकों को बड़ी मदद मिलेगी। किसान क्रेडिट कार्ड के क्षेत्र में भी राज्य ने रिकॉर्ड बनाया है। प्रदेश में पशुधन मिशन के तहत 60 करोड़ का निवेश किया जाएगा। 10 हजार को अप्रत्यक्ष जबकि 7 हजार पशुपालकों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।”