मोस्ट वॉन्टेड सुरेश पाल सिंह तोमर के अड्डों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी!
बरेली के तिहरे हत्याकांड में नामजदगी के बाद से फरार हिस्ट्रीशीटर सुरेशपाल तोमर उर्फ सुरेश प्रधान की अचल संपत्तियां शुक्रवार को पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की नजर में आ गईं। बदायूं के एसडीएम सदर एसपी वर्मा और सीओ शक्ति सिंह पुलिस फोर्स और राजस्व विभाग की टीम के साथ कस्बा उझानी के किलाखेड़ा समेत बहादुरगंज मोहल्ले में पहुंचे। उसकी दुकानों समेत मिनरल वाटर प्लांट और मकान को चिह्नित कर लिया गया। सरकारी स्तर पर निर्माण अवैध होने की सुगबुगाहट के बीच इसे बुलडोजर चलाने के कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। एसडीएम एसपी वर्मा और सीओ शक्ति सिंह ने हिस्ट्रीशीटर सुरेश तोमर के बहादुरगंज मोहल्ला स्थित एक परिसर को चिह्नित कराया। इस परिसर में दो दुकानों के अलावा मिनरल वाटर प्लांट लगा है। एक दुकान में उसका आरोपी बेटा फिजियोथिरैपी करता था। इस परिसर का निर्माण करीब पांच-छह साल पहले हुआ है।
अफसर बाद में किलाखेड़ा मोहल्ला स्थित उसके मकान पर भी गए। मेनगेट समेत पीछे के दरवाजे के आसपास इलाके की स्थिति पर गौर करने के बाद एसडीएम और सीओ ने हिस्ट्रीशीटर के पड़ोसियों से उसके रहन-सहन और आने-जाने वालों के बारे में जानकारी की गई। बताते हैं कि सुरेश के मकान और दुकानों के निर्माण की अनुमति को लेकर नगर पालिका परिषद से भी जानकारी मांगी है।
बरेली जिले के फरीदपुर थाना क्षेत्र के गांव हरगोविंदपुर की कटरी में जमीन पर कब्जे को लेकर तीन दिन पहले सरदार परमवीर सिंह और सुरेश तोमर के बीच जमकर गोलियां चली थीं। इसमें परमवीर पक्ष के दो और सुरेश तोमर का एक साथी मारा गया था। सरदार परमवीर सिंह के फार्म हाउस के मैनेजर खजांची लाल शर्मा की ओर से 18 नामजद समेत 33 के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
हिस्ट्रीशीटर सुरेश तोमर और उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए दिन-रात दबिशों में जुटी पुलिस ने दूसरे तरीके से भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार दोपहर सुरेश समेत उसके बेटों और भतीजों के मोबाइल फोन की सीडीआर निकलवाई। सीडीआर में जो नंबर सामने आए हैं, उनमें कई लोग इलाके के निवासी हैं। वह सुरेश से फोन पर बातचीत किया करते हैं। इसके अलावा पुलिस की नजर में कुछ ऐसे लोग भी शामिल हैं, जो सुरेश के करीबी होने के वजह से किसी न किसी रूप में सहयोग करते रहे हैं।
सरदार परमवीर सिंह के दो साथियों की हत्या में सुरेश तोमर के अलावा उसके बेटों और भतीजों का भी नामजद कराया गया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए उझानी कोतवाली पुलिस भी अलर्ट मोड पर है। घटना के बाद से सुरेश के परिवार की महिलाएं भी किलाखेड़ा स्थित घर छोड़कर अपने बचने के किसी सुरक्षित स्थान पर जा चुकी हैं। सुरेश के अलावा अन्य आरोपी कहां मिल सकते हैं, इसलिए उसके कुछ करीबियों पर शिकंजा कसे जाने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। गंगाघाट से जुड़े पंखियानगला निवासी उसके खास समर्थक घर छोड़कर भूमिगत बताए जा रहे हैं।