उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में बढ़ते तापमान से लोग परेशान हो रहे हैं। गर्मी के बीच बिजली कटौती ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए हैं। शहरी, और ग्रामीण इलाकों में अघोषित पावर कट से लोगों की मुश्किलें दोगुनी हो गईं हैं। हल्द्वानी, रुद्रपुर, हरिद्वार, रुडकी, विकासनगर आदि शहरों में बिजली कटौती से लोग परेशान हुए।
हल्द्वानी के कई ग्रामीण इलाकों में छह घंटे, ऋषिकेश के कुछ हिस्सों में पांच घंटे, अल्मोड़ा में चार घंटे, हरिद्वार के ग्रामीण क्षेत्रों में दो से तीन जबकि दून में कई क्षेत्रों में एक घंटे और विकासनगर में 3 घंटे बिजली गुल रही। इससे पानी का संकट होने से जनता बेहाल रही। हालांकि यूपीसीएल के अधिकारियों ने बिजली कटौती से इनकार किया है।
सबसे अधिक कटौती का सामना शनिवार को हल्द्वानी के टीपीनगर, फूलचौड़, देवलचौड़ आदि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को करना पड़ा। जबकि ऋषिकेश के रेलवे रोड और दून रोड़ क्षेत्रों में पांच घंटे तक बिजली नहीं आई। दून के जोगीवाला, पैसिफिक गोल्फ आदि इलाकों में एक घंटे तक बिजली नहीं आई। इससे लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।
हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का संकट : हरिद्वार के कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली न आने की वजह से पेयजल किल्लत शुरू हो गई है। बिजली कटौती के साथ पानी के संकट से भी लोगों की मुश्किलें दोगुनी हो गईं हैं। लोगों ने मांग की है कि अघाेषित बिजली कटौती को तुरंत ही माफ किया जाए।
विकासनगर में तीन घंटे तक बिजली-पानी को तरसे लोग
बिजली की लाइनों में फॉल्ट आने के कारण शनिवार सुबह तीन घंटे तक विकासनगर और आसपास के क्षेत्रों में बिजली गुल रही। इसके चलते लोगों को बिजली-पानी के लिए तरसना पड़ा। 11 बजे फॉल्ट दुरु स्त होने के बाद बिजली आपूर्ति सुचारु की गई जबकि पानी की आपूर्ति शाम को की जा सकी। विकासनगर में शनिवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे बिजली की लाइनों में फॉल्ट आ गया।
इसके चलते विकासनगर बाजार से लेकर आसपास के ग्रामीण इलाकों में बिजली गुल हो गई। बिजली की आपूर्ति ठप होने से इन इलाकों में पानी की आपूर्ति भी ठप हो गई। ऊर्जा निगम के एसडीओ इरशाद अली ने बताया कि लाइनों में बड़ा फॉल्ट आ गया था, फॉल्ट को ठीक कर देर शाम बिजली की आपूर्ति सुचारु कर दी गई।