ताजमहल पर पुलिस- पीएसी ने पर्यटकों पर बरसायीं लाठियां, मच गई अफरा-तफरी
आगरा। आजादी का अमृत महोत्सव में ताजमहल समेत अन्य स्मारकों पर भीड़ उमड़ रही है। गुरुवार को तो सुबह से भीड़ प्रबंधन के इंतजाम ध्वस्त नजर आए। पश्चिमी गेट पर एक किमी तक लंबी लाइनें लग गईं। दोपहर में लंबे इंतजार से आजिज आए पर्यटक बेकाबू हो उठे। पर्यटकों को संभालने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। एक युवक को पुलिसकर्मी ने गिराकर पीटा। पर्यटकों को व्यवस्थित करने के लिए पुलिस को कई बार लाठियां फटकारनी पड़ीं।
ताजमहल पर भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस वालों ने कुछ इस तरह पर्यटक पर कर दी लाठियों की बरसात।
आजादी का अमृत महोत्सव में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एएसआइ ने देशभर के स्मारकों को 15 अगस्त तक पर्यटकों के लिए निश्शुल्क किया हुआ है। सामान्य दिनों में जहां ताजमहल देखने औसतन 20 हजार तक पर्यटक आते हैं, वहीं इन दिनों यह आंकड़ा करीब 50 हजार तक पहुंच रहा है। गुरुवार को भी ताजमहल पर सुबह से पर्यटक उमड़े। 10 बजे तक दोनों गेटों पर लंबी-लंबी लाइनें लग गई थीं।
पुलिस और पीएसी की लाठियों ने न महिलाओं पर रहम किया और न ही बच्चियों पर।
पश्चिमी गेट के बाहर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिसकर्मियों के साथ पीएसी के जवानों को तैनात किया गया था। दोपहर दो बजे तक पूर्वी गेट पर दशहरा घाट तक और पश्चिमी गेट पर नीम तिराहा से आगे तक लाइन पहुंच गई। इससे पर्यटकों को स्मारक में प्रवेश के लिए अाधा से एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा। पश्चिमी गेट पर बेकाबू पर्यटकों ने जबरन प्रवेश की कोशिश की। इससे बच्चे दब गए। पर्यटकों को नियंत्रण में करने के लिए पुलिसकर्मियों को लाठियां फटकारनी पड़ीं। पुलिसकर्मी ने एक पर्यटक को लाठी मारी तो वह गिर पड़ा। इसके बाद भी पुलिसकर्मी ने उस पर लाठियां बरसाना जारी रखा। इसके बाद तीसरे पहर चार बजे के करीब एक बार फिर पर्यटकों पर पुलिस ने लाठियां फटकारीं। इंस्पेक्टर ताजगंज भूपेंद्र बालियान ने बताया कि पुलिस ने लाठीचार्ज नहीं किया है।
लांग वीकेंड में क्या होगा?
शुक्रवार को रक्षाबंधन से चार दिन का लांग वीकेंड शुरू हो रहा है। शुक्रवार को रक्षाबंधन, फिर द्वितीय शनिवार, रविवार और सोमवार को स्वतंत्रता दिवस है। शुक्रवार को साप्ताहिक बंदी के चलते ताजमहल बंद रहेगा, लेकिन शनिवार से सोमवार तक स्मारक देखने को बड़ी संख्या में पर्यटक आ सकते हैं। इससे ताजमहल पर हालात बिगड़ सकते हैं। अधीक्षण पुरातत्वविद् डा. राजकुमार पटेल ने बताया कि भीड़ प्रबंधन के इंतजाम किए जा रहे हैं। अगली बार जब भी स्मारक में पर्यटकों का प्रवेश निश्शुल्क होगा तो प्रभावी व्यवस्थाएं की जाएंगी, जिससे कि स्थिति काबू में रहे।