स्पेशल टास्क फोर्स की जांच में पेपर लीक कर नकल करने की पुष्टि होने के बाद उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने वन दरोगा, स्नातक स्तरीय, सचिवालय रक्षक भर्ती को रद्द कर दोबारा से लिखित परीक्षा कराने का फैसला लिया है. यूकेएसएसएससी अपने फैसले में ये भी स्पष्ट कर दिया है कि पूर्व में वन दरोगा के 316 पदों शारीरिक परीक्षा दोबारा नहीं कराई जाएगी. यानि शारीरिक परीक्षा क्वालीफाई कर चुके अभ्यर्थियों को दोबारा फिजिकल टेस्ट देने की जरूरत नहीं है.
यूकेएसएसएससी ने यह भी निर्णय लिया कि वन दरोगा की दोबारा होने वाली लिखित परीक्षा में वही उम्मीदवार शामिल होंगे, जिन्होंने पूर्व में परीक्षा दी है. यानि आवेदन कर परीक्षा न देने वाले अभ्यर्थी भी दोबारा होने वाली परीक्षा में नहीं बैठेंगे और न ही नए अभ्यर्थियों को आवेदन का मौका मिलेगा.
फिलिकल टेस्ट कराने की जरूरत नहीं
इस मसले पर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया का कहना है कि वन दरोगा भर्ती के लिए दो परीक्षाएं होती हैं, जिसमें लिखित परीक्षा के बाद शारीरिक परीक्षा होती है, लेकिन दोबारा से इन पदों के लिए शारीरिक परीक्षा नहीं कराई जाएगी. ऐसा इसलिए कि अभ्यर्थी पूर्व में ही शारीरिक टेस्ट पास कर चुके हैं. जीएस मर्तोलिया का कहना है कि जो लोग पहले ही फिजिकल टेस्ट पास कर चुके हैं, उसे फिर से कराने का कोई औचित्य नहीं है. फिर, फिजिकल टेस्ट को लेकर कभी कोई शिकायत नहीं मिली थी.
51,961 उम्मीदवारों ने दी थी परीक्षा
बता दें कि उत्तराखंड वन दरोगा भर्ती के लिखित परीक्षा 51,961 उम्मीदवारों ने दी थी. परीक्षा के लिए 83,776 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 18 दिसंबर 2019 को विज्ञापन जारी किया था. 16 से 21 जुलाई 2021 तक ऑनलाइन परीक्षा कराई थी. आठ जनवरी 2022 को परीक्षा का परिणाम घोषित किया. परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों का फिजिकल टेस्ट लिया गया था.