दबंगों ने दलित परिवार में पति-पत्नी के साथ की मारपीट, घटना का वीडियो वायरल होते ही लोगों ने किया आक्रोश व्यक्त
राजस्थान। नागौर जिले के पांचौड़ी थाना क्षेत्र के तांतवास गांव में दलित परिवार पर दबंगों द्वारा हमला करने का मामला सामने आया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें दबंगों को पति-पत्नी के साथ मारपीट करते और उन्हें धमकाते हुए देखा जा सकता है।
पीड़ित बीरबल राम मेघवाल ने पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि 7 दिसंबर को दबंग गुलाब सिंह और उसके साथियों ने उनके खेत में लगी लोहे की जाली को तोड़ने के लिए ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया और जब बीरबल ने इसका विरोध किया तो गुलाब सिंह ने लाठी से उस पर हमला कर दिया।
शोर सुनकर बीरबल की पत्नी पारु देवी बीच-बचाव करने पहुंची लेकिन आरोपियों ने उसके साथ भी लाठियों से मारपीट की, जिससे पारु देवी के एक हाथ में गंभीर चोट आई। हमलावरों ने जातिसूचक गालियां देते हुए पति-पत्नी को जान से मारने की धमकी दी और उनकी मोटर साइकिल को भी तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया।
पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस ने गुलाब सिंह, प्रेम सिंह और नरेंद्र सिंह के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। नागौर के पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने बताया कि मुख्य आरोपी मानसिक रूप से अस्वस्थ है और उसका इलाज जोधपुर में चल रहा है। मामले की जांच डीवाईएसपी को सौंपी गई है और एससी-एसटी सेल के अधिकारी भी जांच में शामिल हैं।
इस घटना के बाद दलितों पर हो रहे अत्याचार को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई है। नागौर में यह घटना पहले से चल रहे मामलों की कड़ी में जुड़ती है। लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल ने संसद में इस घटना का उल्लेख करते हुए राजस्थान में दलितों पर बढ़ते अत्याचार का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि दलितों को उनके संवैधानिक अधिकार दिलाने के लिए सरकार को प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है। बेनीवाल ने राज्य में दलित हत्याओं और हमलों की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कानून के होते हुए भी समानता के अधिकार के लिए दलित समाज को संघर्ष करना पड़ रहा है।
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद लोग सोशल मीडिया पर आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। दलित संगठनों ने इस मामले में शीघ्र न्याय और आरोपियों की सख्त सजा की मांग की है। पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेजी से की जा रही है। एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पीड़ितों को सुरक्षा का आश्वासन दिया है।