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‘पंडित शंखधार ने 79 मुस्लिम लड़कियों की हिंदू रीति-रिवाज से कराई शादी’, आतंकी संगठन की धमकी- ‘हम तेरी गर्दन काट देंगे’

इन दिनों सुदीप्तो सेन की फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ की हर तरफ चर्चा हो रही है. फिल्म में दिखाया गया है कि आतंकी संगठन ISIS के लोग हिंदू और ईसाई लड़कियों को इस्लाम कबूल करवाते हैं, फिर सीरिया भेज देते हैं. डायरेक्टर ने इसे सच्ची घटना पर आधारित फिल्म बताया है. इसी बीच यूपी के बरेली में एक मामला सामने आया है, जिसको लेकर कुछ संगठन सवाल कर रहे हैं.

दरअसल, बरेली में पंडित केके शंखधार लगभग एक दशक से मुस्लिम युवतियों की हिंदू युवकों के साथ सनातन रीति-रिवाज के अनुसार शादी कराते आ रहे हैं. वे अब तक 79 मुस्लिम युवतियों की हिंदू युवकों के साथ विवाह करा चुके हैं. पिछले दिनों पंडित शंखधार को धमकियां भी मिल चुकी हैं. उनका कहना है कि धमकियां मुस्लिम समुदाय की ओर से दी गईं. इसको लेकर पुलिस प्रशासन को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई, जिसके बाद सुरक्षा दी गई.

‘द केरल फाइल्स’ के रिलीज हो जाने के बाद पंडित शंखधार पर निशाना साधा जा रहा है कि यह मुस्लिम लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराते हैं और हिंदू युवकों के साथ विवाह कराते हैं. ऐसे में एक फिल्म इन पर भी बननी चाहिए. इस तरह की बात यूट्यूब चैनल चलाने वाले व्यक्ति ने कही. इसके बाद पंडित शंखधार के पास कई फोन आए और सवाल जवाब किए.

हालांकि पंडित शंखधार ने अभी तक किसी भी तरह की कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है. पंडित शंखधार ने सभी आरोपों को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने छवि को इस तरीके से प्रसारित किया, जिससे उनके सोशल मीडिया पर दर्शकों की संख्या बढ़ जाए और चैनल को पब्लिसिटी मिल सके.

हिंदू संगठन के माध्यम से पहुंचते हैं प्रेमी युगल

पंडित शंखधार ने बताया कि वह किसी को बुलाने कभी नहीं गए. किसी हिंदू संगठन के माध्यम से प्रेमी युगल आते हैं. जब किसी भी संगठन को पता चलता है कि मुस्लिम समुदाय की युवती प्रेम विवाह के लिए तैयार है तो बरेली में अगस्त्य मुनि आश्रम में इस विवाह के लिए पूरी व्यवस्था की जाती है.

उन्होंने कहा कि विवाह कराने से पहले तमाम डॉक्यूमेंट की जांच करा लेते हैं, जिसमें युवक और युवती की उम्र के दस्तावेज, एफिडेविट आदि को जमा करा लेते हैं. पूरी कागजी कार्यवाही के बाद ही सनातन धर्म के अनुसार विवाह कराते हैं. इस विवाह की सूचना जिला प्रशासन को भी देते हैं.

कई बार मिल चुकी है जान से मारने की धमकी

पंडित केके शंखधार ने बताया कि जबसे मुस्लिम युवतियों का हिंदू युवकों के साथ विवाह कराना शुरू किया है, तब से अब तक कई बार जान से मारने की धमकियां मिल चुकी हैं. इसको लेकर पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार भी लगाई, जिसके बाद बरेली पुलिस की ओर से सुरक्षा दी गई है. दो सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं.

शुद्धिकरण के बाद कराते हैं विवाह

पंडित केके शंखधार ने कहा कि उन्होंने कभी भी किसी भी युवती का धर्म परिवर्तन नहीं कराया. विवाह से पहले डॉक्यूमेंट जांच की जाती है. इसके बाद मुस्लिम युवती का सनातन धर्म के अनुसार पहले शुद्धिकरण कराते हैं, उसके बाद विवाह की रस्में पूरी कराते हैं. यदि युवती अपनी इच्छा से धर्म परिवर्तन करना चाहती है तो इसको लेकर कानूनी प्रक्रिया के तहत वकील के माध्यम से जिला प्रशासन और जिलाधिकारी को शपथ पत्र दिलवाया जाता है कि युवती अपनी मर्जी से सनातन धर्म अपनाना चाहती है. सुरक्षा की गुहार लगाई जाती है.

उन्होंने कहा कि कोई भी सिद्ध नहीं कर सकता कि विवाह संबंधी किसी कार्य के लिए किसी के पास गए हों. हमेशा से किसी न किसी हिंदू संगठन के माध्यम से ही युवती विवाह की इच्छा लेकर हमारे पास आईं और दक्षिणा लेकर विवाह की रस्में पूरी कराईं.

मुझ पर लगे धर्म परिवर्तन के आरोप झूठे हैं, बोले पंडित शंखधार

पंडित केके शंखधार ने कहा कि मुझ पर धर्म परिवर्तन के लगे सभी आरोप झूठे हैं. हमारे पास जो भी लड़के-लड़कियां आते हैं, अचानक आ जाते हैं. कभी किसी के द्वारा कभी किसी संगठन के द्वारा आकर हमसे शादी के लिए अनुरोध करते हैं. सभी कागज पूरे होते हैं, मार्कशीट में बालिग है, लड़के की उम्र 21 प्लस है, तब कहीं जाकर हम विधि प्रकोष्ठ वकील के पास भेज देते हैं कि शपथ पत्र बनवाइए.

धर्म परिवर्तन की बात यह है कि जब से धर्म परिवर्तन कानून बना है, हमने कभी सपने में भी नहीं सोचा. धर्म परिवर्तन हम किसी का कराते नहीं हैं. इतना बताते हैं कि आप जिलाधिकारी को शपथ पत्र दीजिए. शुद्धिकरण कराकर विवाह संस्कार आदि उनकी इच्छा के अनुसार करा दिया जाता है. बाकी हम उन लोगों के संपर्क में रहने वाले लोगों के नंबर भी रख लेते हैं, जिससे हम हालचाल लेते रहें. ज्यादातर लोग सभी सुखी हैं.

‘अगर कोई मंदिर जाना चाहता है तो हम कैसे रोक सकते हैं’

पंडित केके शंखधार ने कहा कि अभी अक्षय तृतीया को ईद थी. लड़की की इच्छा थी कि अक्षय तृतीया वाले दिन उसका विवाह कराया जाए. हमने कहा कि उस दिन ईद भी है तो उसने कहा कि हमें इससे कोई लेना देना नहीं है, वह कह रही है कि हम हिंदू हो गए हैं.

यदि कोई लड़की कह रही है कि मैं हिंदू हूं, देवी देवताओं को मानती है, मंदिर जाना चाहती है तो मैं कैसे रोक सकता हूं. कानूनी रूप से हम कोई धर्म परिवर्तन नहीं कराते. हमारा कोई लेना देना नहीं. यह अधिकार जिला प्रशासन का है. मेरे पास अभी तक 79 पत्र आ चुके हैं. लड़के-लड़कियां विवाह कर अपने घर चले जाते हैं.

‘हमने किसी का बुरा नहीं किया, और न कभी किसी को बुलाने गए’

पंडित शंखधार ने कहा कि धमकी आ चुकी है धमकियां मिलती रहती हैं. इस्लाम का दुश्मन घोषित कर दिया है हमें. हमने कभी भी किसी का बुरा नहीं किया. यदि कोई यह साबित कर दे कि हम किसी को बुलाने गए हों तो जो चोर का हाल, वह मेरा हाल. हम किसी को बुलाने नहीं जाते.

उन्होंने कहा कि हमें विवाह कराकर दक्षिणा मिल जाती है. इसी से हम परिवार का पालन करते हैं, गरीब आदमी हैं. आप मुस्लिम लड़की को लेकर आओ, हम विवाह कराएंगे. तमाम लोग एसएसपी कार्यालय जाते हैं सुरक्षा मांगने. वह खुद बताती हैं कि उनको तीन तलाक का डर था, उनको हलाला का डर था. रहन-सहन वहां का पसंद नहीं था. नाच गाना हराम माना जाता है, बहुत सी बातें वहां पर हैं. हम कोई गलत काम नहीं करते. हम गरीब आदमी हैं. दक्षिणा के चक्कर में शादी करा देते हैं.

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