चीन के साथ पाकिस्तान की रही है करीबी रणनीतिक साझेदारी- हिना रब्बानी खार
पाकिस्तान (Pakistan) की विदेश मामलों की राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार (Hina Rabbani Khar) ने कहा कि उनका देश चीन (China) के साथ एक रणनीतिक गठबंधन (strategic alliance) में है। दोनों देशों की ये करीबी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के आगामी 20वें नेशनल कांग्रेस पर एक प्रोग्राम में कही। ये इवेंट पाकिस्तान-चीन इंस्टीट्यूट की तरफ से कराया गया था।
उन्होंने इस्लामाबाद और बीजिंग के बीच कड़े रणनीतिक संबंधों पर जोर दिया और इस विषय पर राष्ट्रीय राजनीतिक सहमति को याद किया। खार का दावा है कि दोनों पक्ष आम तौर पर यही मानते हैं कि चीन पाकिस्तान की विदेश नीति का आधारशिला है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि चीन के साथ संबंध दिवंगत प्रधान मंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो की सबसे बड़ी प्राथमिकता थी। पाकिस्तान की बाद की किसी भी सरकार ने विदेश नीति के इस अहम पहलू को नहीं बदला है।
उनका मानना है, “राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तरफ से शुरू की गई वैश्विक विकास की पहल हो या वैश्विक सुरक्षा की पहल, इस सब से ये साबित होता है कि चीन ने टकराव होने पर मानव सुरक्षा और स्थिरता को प्राथमिकता दी।”
हर पांच साल में, कांग्रेस बुलाई जाती है और चीन में रुचि रखने वाले देशों के भविष्य और उनके रुझान पर चर्चा की जाती है। साथ ही साथ कांग्रेस 21वीं सदी के मध्य के लिए चीन के लिए टू-स्टेट ग्रोथ प्लान आने वाले पांच सालों के लिए जरूरी प्राथमिकताओं को भी तय करेगी।
पाकिस्तान में चीनी राजदूत नोंग रोंग ने कहा कि नेशनल पीपुल्स कांग्रेस साल के अंत के लिए सबसे अहम राजनीतिक एजेंडा था। इस बीच, उन्होंने कहा कि CPEC ने बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करके और ऊर्जा मुद्दे को हल करके पाकिस्तान के सामाजिक आर्थिक माहौल को बदल दिया है। उन्होंने पाकिस्तान और चीन के बीच संबंधों को “रॉक-सॉलिड” चट्टान की तरह मजबूत बताया।
रोंग ने कहा कि चीन इस तरह की कोशिशों के लिए इस्लामाबाद के साथ रहेगा। उन्होंने पूरे देश में तबाही मचाने वाली बाढ़ के संबंध में पाकिस्तान के साथ एकजुटता जताई।