उत्तरकाशी। एक सप्ताह बाद आज जैसे ही राजकीय इंटर कॉलेज कमद में छात्राएं स्कूल पहुंची अजीब से दृश्य सामने आया। यहां विद्यालय के नए भवन में बैठते ही एक के बाद एक छात्रा बेहोश होने लगीं और जोरों से चीखने-चिल्लाने लगीं। यह देख विद्यालय में हड़कंप मच गया।
मामला उत्तरकाशी जिले के धौंतरी उपतहसील के राजकीय इंटर कॉलेज कमद का है। यहां एक हफ्ते बाद बच्चे स्कूल पहुंचे, लेकिन यहां स्कूल के नए भवन में बैठते ही एक के बाद एक छात्रा बेहोश होने लगीं। बीते दिवस भी दो बच्चे हुए थे। लेकिन आज एक साथ करीब 10 बालिकाएं बेहोश हो गईं। शिक्षकों और अभिभावकों ने छात्राओं को बाहर निकाला और मैदान में ले आएं छात्राएं जोरों से चीखने चिल्लाने लगीं। अभिभावकों ने बताया की सभी बीमार छात्राओं को अभिभावक देव पश्वा के पास ले गए हैं। राणा ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मामले का संज्ञान लेकर समाधान की मांग की है।
इससे पहले उत्तराखंड के चंपावत जिले में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। यहां चंपावत जिला मुख्यालय से 93 किमी दूर स्थित जीआईसी रमक में कुछ छात्राएं एक साथ रोने, चीखने और कक्षाओं से भागने लगी थीं। वहीं कोई इस घटना को दैवीय प्रकोप बता रहा है तो कोई इसे मास हिस्टीरिया से जोड़ कर देख रहा है। बहरहाल इस मामले को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
मशहूर मनोविश्लेषक सिगमंड फ्रायड ने कहा था, ‘ऐसे लोगों में मानसिक दुविधा या अंतरद्वंद्व होता है जो शारीरिक लक्षण या बर्ताव के रूप में सामने आ जाता है। ‘ उनका दौरा या बेहोशी, मिर्गी के दौरे बिलकुल अलग होता है। उनको देखकर दूसरे लोगों में भी जब वही लक्षण उभरने लगते हैं तो मास हिस्टीरिया कहा जाता है।