अब ग्रेनोवासी भी जान सकेंगे हर प्रोजेक्ट का ब्योरा - न्यूज़ इंडिया 9
ग्रेटर नोएडा

अब ग्रेनोवासी भी जान सकेंगे हर प्रोजेक्ट का ब्योरा

–सीईओ रितु माहेश्वरी ने साइट पर बोर्ड लगाकर ब्योरा लिखने के दिए निर्देश
–ग्रेनो की मौजूदा परियोजनाओं की समीक्षा कर पूरा करने की समयसीमा की तय

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के निवासी अब यहां चल रहीं सभी परियोजनाओं की जानकारी खुद से भी रख सकेंगे। प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने सभी नए पुराने प्रोजेक्टों का ब्योरा लिखा हुआ बोर्ड उसकी साइट पर लगाने के निर्देश दिए हैं। सीईओ ने ग्रेटर नोएडा की सभी मौजूदा परियोजनाओं को पूरा करने की समयसीमा तय कर दी है। साथ ही प्रस्तावित परियोजनाओं को शुरू कराने का भी तिथि सहित खाका खींच दिया है। तय समयसीमा में काम पूरा न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी चेतावनी दी है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने शुक्रवार शाम को करीब तीन घंटे तक ग्रेटर नोएडा से जुड़ी परियोजनाओं की समीक्षा की। सीईओ ने गंगाजल प्रोजेक्ट की समीक्षा करते हुए कहा कि गंग नहर से पानी छोड़े जाने के बाद तीव्र गति से परीक्षण का काम पूरा किया जाए और घरों तक आपूर्ति शुरू किया जाए। सीईओ ने एलईडी स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट की समीक्षा की। सीईओ ने कहा कि प्राधिकरण की टीम अंधेरा होने के बाद फील्ड में जाकर निरीक्षण करेगी कि सभी लाइटें जल रही हैं या नहीं। इसकी नियमित रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। बता दें कि ग्रेटर नोएडा में सभी स्ट्रीट लाइट (करीब 54 हजार) एलईडी में कनवर्ट हो हो चुकी हैं। उन्होंने गौड़ चौक पर प्रस्तावित अंडरपास के कंसलटेंट का चयन कर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट शीघ्र तैयार कराने के निर्देश दिए, ताकि इसका टेंडर कर काम जल्द शुरू कराया जा सके। रितु माहेश्वरी ने स्ट्रीट वेंडर के लिए खाली जगह तय करके उन्हें वहीं शिफ्ट करने के निर्देश दिए। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण 27 जगहों पर स्ट्रीट वेंडर जोन तैयार करा रहा है। इनके तैयार होने पर स्ट्रीट वेंडरों को वहीं शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए स्ट्रीट वेंडरों की सूची तैयार फाइनल की जा रही है। सीईओ ने ग्रेटर नोएडा के 14 गांवों को स्मार्ट बनाने की प्रगति की समीक्षा की और धीमी गति से कार्य होने पर नाराजगी जाहिर की। सीईओ ने निर्देश दिए कि जिन गांवों में काम शुरू हो चुके हैं उनको तेजी से पूरा किया जाए और जिन गांवों का टेंडर अभी नहीं हुआ है उनका इसी माह टेंडर कर दिया जाए। उन्होंने सिरसा के पास बन रहे ट्रकर्स प्वाइंट के पहले चरण का कार्य इसी माह के अंत तक पूरा करने के निर्देश दिए। ट्रकर्स प्वाइंट पर ट्रकों के लिए पार्किंग, शौचालय, ढाबा आदि सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। सीईओ रितु माहेश्वरी ने ग्रेटर नोएडा के बस शेल्टरों को बीओटी (बिल्ट ऑपरेट एंड ट्रांसफर) के आधार पर विकसित करने के निर्देश दिए। इसके लिए एनएमआरसी से भी संपर्क साधा जा सकता है। सीईओ ने ग्रेटर नोएडा में पहले से बने सामुदायिक केन्द्रों की मरम्मत कराने के निर्देश दिए। साथ ही जिन सेक्टरों में सामुदायिक केन्द्र प्रस्तावित हैं, उनका काम शीघ्र शुरू कराने को कहा है। बता दें कि प्राधिकरण ने 13 सेक्टरों में सामुदायिक केंद्र प्रस्तावित किए हैं। शुक्रवार की समीक्षा बैठक में एसीईओ दीप चंद्र, एसीईओ प्रेरणा शर्मा, एसीईओ अमनदीप डुली व एसीईओ आनंद वर्धन, प्रभारी जीएम प्रोजेक्ट सलिल यादव समेत अन्य अधिकारीगण भी मौजूद रहे।

दिवाली पर रंग-बिरंगी लाइटों से सजेगा ग्रेटर नोएडा

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने दिवाली के मद्देनजर ग्रेटर नोएडा को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाने-संवारने के निर्देश दिए। सीईओ ने एक्सप्रेसवे व अन्य प्रमुख मार्गों के आसपास बनी इमारतों को लाइटों से सजाने, चौराहों पर रंग-बिरंगी लाइटें लगवाने के निर्देश दिए। सीईओ ने सभी एंट्री गेट को भी चमकाने के निर्देश दिए। ग्रेटर नोएडा के प्रमुख गोलचक्करों व उसके चारों ओर कॉर्नर पर भी रंग-बिरंगी लाइटें सजाने को कहा है। इसके लिए सीएसआर (कार्पोरेट सोशल रेस्पोंसबिलिटी) की भी मदद ली जा सकती है। उन्होंने सेंट्रल वर्ज पर लगे कर्व स्टोन को रिपेयर व पेंट कराने और ग्रीनरी को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। सेंट्रल वर्ज पर खराब तार फेंसिंग की जगह नई डिजाइन के तार फेंसिंग कराने को कहा है। ग्रेटर नोएडा के प्रमुख मार्गों को मॉडल रोड के रूप में विकसित करने को कहा है

प्रदूषण से निपटने को अलर्ट पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण से निपटने को अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जनस्वास्थ्य विभाग व परियोजना विभाग के सभी वर्क सर्किल को अपने एरिया में निर्माणाधीन इमारतों को कवर कराने, धूल वाले जगहों पर पानी का छिड़काव करने, एंटी स्मॉग गन लगवाने समेत कई निर्देश दिए हैं। सीईओ ने कॉल सेंटर नंबर भी जारी करने को कहा है, ताकि ग्रेटर नोएडा के निवासी कहीं भी प्रदूषण दिखे तो उसकी सूचना दे सकें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button