“नीतीश बाबु” ज़हरीली शराब से लोग मर रहे हैं कुछ तो शर्म कीजिये : राजेश खुराना
आगरा। “जो शराब पिएगा वो तो मरेगा ही” बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस बयान की सोशल मीडिया में काफी निंदा व् किरकिरी हो रही है। लोग वीडियो शेयर कर नीतीश सरकार के सुसाशन पर तंज कस रहे हैं। नीतीश बाबु” ज़हरीली शराब से लोग मर रहे हैं। मानवता के नाते कुछ तो शर्म कीजिये।
इस सन्दर्भ में आगरा स्मार्ट सिटी, भारत सरकार के सलाहकार सदस्य, भारतीय नमो संघ के जिलाअध्यक्ष, उ प्र अपराध निरोधक समिति लखनऊ के आगरा मंडल कमेटी के उपाध्यक्ष व हिन्दू जागरण मंच, ब्रज प्रान्त उ.प्र. के प्रदेश संयोजक तथा आत्मनिर्भर एक प्रयास के चेयरमैन एवं लोकप्रिय व् सुप्रशिद्ध समाजसेवक राजेश खुराना ने बताया कि नीतीश बाबु” ज़हरीली शराब से लोग मर रहे हैं कुछ तो शर्म कीजिये।” जो शराब पिएगा वह तो मरेगा ही” ऐसा बयान एक संवेदनहीन मुख्यमंत्री ही दे सकता है। इससे शराब माफियाओं का आत्माबल बढेगा। छपरा में अबतक 66 लोग मर चुके हैं। कुछ तो इतने गरीब हैं कि चंदा मांग कर शव जला रहें हैं। वहीं, कई ग़रीब लोग तो ठंड में आग जलाने के लिए रखी लकड़ी से अंतिम संस्कार कर रहे हैं। पर आप को मुक्त नीतीश बाबू को शराबबंदी की सफलता की चिंता है लोगों की कोई चिंता नहीं हैं। यह वह ग़रीब और मासूम है जिन्होंने अपनों को खोया है। नीतीश बाबु इनके परिवार के दर्द को उनके चेहरे पर देखिए और समझिए क्या आपको ऐसे बोलना चाहिए था ? जहरीली शराब से अबतक लगभग 66 व्यक्तियों की दुखद मृत्यु हो गई है और अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। उन गरीब परिवार जिन्होंने अपनों को खोया है। उन्होंने मौत के मातम से फैले सन्नाटे में रात कैसे कटी होगी? उनके प्रति संवेदना के दो शब्द नीतीश बाबु के श्रीमुख से नहीं निकले और उनकी बजाय उन्होंने जिस भाषा का प्रयोग किया वह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। बाबु आपको क्या हो गया है? जो शराब पिएगा वह तो मरेगा ही, ऐसा कहने वाले नितीश बाबू ज़रा यह तो बताओ कि बिहार में जो जहरीली शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। लोग मर रहे हैं। उसको रोकना किसका काम है? वहीं, लोगों का आरोप है कि शराबबंदी होने के बाद भी राज्य में शराब का घर-घर वितरण हो रहा है और सरकार शराब बेचने वालों को संरक्षण दे रही है। ऐसे में बिहार में शराब से 66 लोगों की मौत पर जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किए गए तो बहुत ही गैरजिम्मेदाराना तरीके से जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जो शराब पिएगा वह तो मरेगा ही। अपने शर्मनाक बयान से नीतीश कुमार की सोशल मीडिया में काफी निंदा व् किरकिरी हो रही है। लोग वीडियो शेयर कर नीतीश कुमार सरकार पर तंज कस रहे हैं। जहरीली शराब से मरने वालों के परिजन बोल रहे हैं। ये मौत का नरसंहार है, बिहार में मौत का तांडव हो रहा है। इसमें बस गरीब मर रहा है तथा सीएम नीतीश बाबु अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। ये बिहार का दुर्भाग्य है। बिहार में जब से शराब नीति चली है तब से कई हजार लोग मर गए लेकिन मुख्यमंत्री की संवेदना ही नहीं जागती। इतना शर्मनाक और संवेदनहीन टिप्पणी नीतीश बाबू कर रहे हैं जो 17 सालों से मुख्यमंत्री हैं। जिस तरह वो गरीबों की मौत पर व्यवहार कर रहें हैं वो बहुत ही शर्मनाक है। नीतीश बाबू का अब सरकार में नियंत्रण खत्म हो गया है। सत्ता के स्वार्थ में पूरा बिहार अपहरण, हत्या और शराब से मर रहा है। इन्होंने बिहार को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। नीतीश बाबु” ज़हरीली शराब से लोग मर रहे हैं। मानवता के नाते कुछ तो शर्म कीजिये।