गैंगस्टर लारेंस विश्नोई के खिलाफ एनआइए ने दाखिल की चार्जशीट, हेरोइन तस्करी से जुड़ा है मामला
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुजरात में लगभग 39 किलोग्राम हेरोइन जब्त किए जाने के मामले में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ गुरुवार को अहमदाबाद की स्पेशल एनआईए कोर्ट में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल कर दी. ये चार्जशीट भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 120बी, 201, 465 और 471 के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी (IT) अधिनियम की धारा 66सी सहित कई धाराओं के तहत दायर की गई है.
इन धाराओं के अलावा इसमें नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम की धारा 8 (सी), 21 (सी), 23 (सी), 25, 27 ए और 29 के साथ-साथ UAPA की धारा 17, 18, 38 और 39 भी शामिल हैं. यह मामला सबसे पहले अहमदाबाद आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) के पास था. जिसने इस मामले में 15 सितंबर 2022 को मुकदमा अपराध संख्या 06/2022 दर्ज किया था. इसके बाद यह मामला जांच के लिए एनआईए के हवाले कर दिया गया था.
जिसके चलते इसी साल 20 अगस्त को एनआईए (NIA) ने फिर से आरसी-02/2023/एनआईए/एएमडी के रूप में यह मामला पंजीकृत किया था. और जांच की जिम्मेदारी संभाली थी. इस मामले में एनआईए की जांच अभी भी जारी है.
क्या था पूरा मामला?
दरअसल साल 2022 में गुजरात एटीएस और कॉस्ट गार्ड ने ज्वाइंट ऑपरेशन में पाकिस्तान से आ रही “AL- TAYYASA” बोट को जब्त किया था. बोट में सवार 6 पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था और बोट से तकरीबन 39 किलो हेरोइन पकड़ी गई थी, जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत लगभग 194 करोड़ थी.
गिरफ्तार पाकिस्तानियों में से एक आरोपी अब्दुल्ला ने पूछताछ में खुलासा किया था कि बरामद ड्रग लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर पाकिस्तान से लाई जा रही थी. पहले इसी केस में NDSP के तहत लॉरेंस पर केस दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में गुजरात पुलिस ने गैंगस्टर पर UAPA भी लगाया था.
गुजरात से दिल्ली लाई थी पुलिस
लॉरेंस बिश्नोई काफी समय से बठिंडा सेंट्रल जेल में बंद है. यहां से उसे गुजरात पुलिस ने एक आपराधिक मामले की जांच के लिए हिरासत में लिया था और गुजरात की साबरमती जेल लेकर आई थी. यहीं से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक मामले को लेकर मई के आखिरी हफ्ते में लॉरेंस को कस्टडी में लिया था और दिल्ली लेकर आई थी. कोर्ट ने गैंगस्टर को रिमांड पर भेज दिया था.
इन राज्यों में एक्टिव है लॉरेंस का गैंग
लॉरेंस बिश्नोई का गैंग दिल्ली, पंजाब, यूपी, झारखंड, हरियाणा, राजस्थान में सक्रिय है. वह लॉरेंस बिश्नोई जेल से अपने गैंग को चलाता है. इसके अलावा अमेरिका से लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई और अजरबैजान से लॉरेंस का भांजा सचिन बिश्नोई गैंग को ऑपरेट कर रहा हैं और इंटरनेशनल क्राइम सिंडिकेट चला रहा है. एनआईए पिछले दिनों खुलासा किया था कि लॉरेंस ने टॉप 10 टारगेट बना रखे हैं, जिसमें सलमान खान पहले नंबर पर हैं. इस लिस्ट में पंजाबी सिद्धू मूसेवाला के मैनेजर का नाम भी शामिल है.