पूर्णिया। दो डिसमिल जमीन को लेकर पड़ोसी ने धारदार हथियार से काटकर दो भाइयों की हत्या कर दी। वहीं, इस घटना में दो महिला सहित तीन लोग घायल हो गए, जिनमें से दो की स्थिति काफी गंभीर है। इस घटना से गांव में हड़कंप मच गया। वहीं, इस घटना के बाद परिजनों में मातम पसरा हुआ है। सूचना पर पुलिस घटनास्थल पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक, यह घटना शुक्रवार देर शाम सरसी थानाक्षेत्र के कचहरी बलुआ गांव की है। जहां घटना पड़ोसी पुरुष और महिलाओं द्वारा आंख में मिर्च उड़ेल दी गई। उसके बाद धारदार हथियार से काटकर युवक की हत्या कर दी। मृतकों की पहचान कचहरी बलुआ निवासी लक्ष्मण राम के बेटे राजेंद्र राम (22) और उपेंद्र राम (30) के रूप में की गई है, जबकि इस घटना में सिंटू राम (28), सुमन देवी (26) और बिसेखा देवी घायल हैं।
घटना को लेकर घायल सुमन देवी ने बताया कि साल 1999 से दो डिसमिल जमीन को लेकर पड़ोसी पांचू राम और वीरेंद्र राम से विवाद चल रहा है। आज शुक्रवार देर शाम को राजेंद्र राम घर के आंगन स्थित चापाकल की टटिया बांध रहा था। इसी दौरान पड़ोसी पांचू राम, वीरेंद्र राम, सुरेंद्र राम, गोनर राम, धीरेंद्र राम, अमित राम, रवींद्र राम और बेचन राम सहित अन्य लोग आए। फिर मेरे भाई राजेंद्र राम को उठाकर आंगन से बाहर लेकर चले गए। हम सब कुछ समझ पाते इतने में वे लोग धारदार हथियार से मेरे भाई को काटने लगे। जब हम लोग बचाने के लिए गए तो तेतरी देवी सहित अन्य महिलाओं ने हम लोगों की आखों में मिर्च उड़ेल दी। उसके बाद गाय-भैंस की तरह धारदार हथियार से काटने लगे, जिससे मेरे भाई राजेंद्र राम की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं, मेरा पति सिंटू राम, दूसरा भाई उपेंद्र राम और बहन बिसेखा देवी गंभीर रूप से घायल हो गए।
उन्होंने बताया कि इसके बाद कुछ स्थानीय लोगों की मदद से सभी को इलाज के लिए पूर्णिया जीएमसीएच में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर ने राजेंद्र राम को मृत घोषित कर दिया। वहीं, बड़ा भाई उपेंद्र जिन्दगी और मौत से लड़ रहा है। वहीं, मृतक की दूसरी बहन सुशीला देवी ने बताया कि 1999 ई में ही दो डिसमिल जमीन मेरे पापा लक्ष्मण राम के नाम से बासगीत पर्चा बना हुआ है और हम सब वहीं पर रह भी रहे।
लेकिन 2005 ई. में पड़ोसी पांचू राम और वीरेंद्र राम द्वारा गलत तरीके से रशीद कटा ली गई है। जब हम लोगों को मालूम पड़ा तो डीसीएलआर के पास गए। इस पर उन्होंने भी रशीद को फर्जी बता दिया। उसके बाद भी ये लोग नहीं माने। इधर, पूरी घटना की जानकारी सरसी थाना पुलिस को दी गई है। घटना की सूचना पर सरसी थाना पुलिस घटनास्थल पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।