नावेद ने लव जिहाद के बाद सीमा गौतम का नाम जोया सिद्दीकी रखा, गर्भवती होने पर मौत के घाट उतारा
शाहजहांपुर: राजकीय मेडिकल कॉलेज में शनिवार की रात संदिग्ध हालात में भर्ती कराई गई गर्भवती युवती को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवती को भर्ती कराने वाले युवकों को संदेह के आधार पर पकड़ा तो मामला लव इन रिलेशनशिप का निकला। युवती की मृत्यु की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने लव जिहाद का आरोप लगाया। मृतका के भाई ने तीन लोगों पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने और जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने तीनों के खिलाफ संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
साउथ सिटी कॉलोनी स्थित श्रॉफ आई चैरिटेबल अस्पताल में रिसेप्शनिस्ट थी सीमा
लखीमपुर खीरी जिले के थाना पलिया कलां अंतर्गत गांव नगला की सीमा गौतम (21) पुत्री सागर लाल शहर में साउथ सिटी कॉलोनी स्थित श्रॉफ आई चैरिटेबल अस्पताल में रिसेप्शनिस्ट थी। वह लोधीपुर में किराए के मकान में उचौलिया के ग्राम इब्राहिमपुर निवासी नावेद पुत्र समीउल्लाह नाम के युवक के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में थी। शनिवार की देर रात सीमा की तबियत बिगड़ने के बाद नावेद अपने साथी के साथ उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचा। नावेद ने पर्चा बनवाया तो उसमें मरीज का नाम जोया लिखवाया और उसे पत्नी बताया। परिजनों ने बताया कि नावेद ने नाम बदलकर उसे प्रेमजाल में फंसाया। बाद में धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने लगा था।
युवती के भाई की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्जः एसपी सिटी
एसपी सिटी सुधीर जायसवाल ने बताया कि युवती के भाई की तहरीर पर मोहम्मद फरहाद खान के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है। मेडिकल जांच रिपोर्ट आने के बाद आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
हिंदूवादी संगठनों ने दी विरोध प्रदर्शन की चेतावनी
वहीं हिंदूवादी संगठन विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के नेता राजेश अवस्थी ने जिले की पुलिस व्यवस्था पर आरोप लगाते हुए कहा कि जनपद में लगातार इस तरह की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। शाहजहांपुर जिला लव जिहाद का केंद्र बिंदु बनता जा रहा है, लोकल इंटेलिजेंस और पुलिस हर लव जिहाद के मामले को दबा देती है, जबकि योगी सरकार ने लव जिहाद का कानून पास कर रखा है लेकिन पुलिस के उदासीन रवैया के कारण आए दिन हिंदू बहन बेटियां लव जिहाद का शिकार हो रही हैं, अब पुलिस के इस रवैया के विरुद्ध आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी, अगर मामले में ठोस कार्यवाही नहीं होती है तो प्रदर्शन भी किया जाएगा।