मंत्री स्वाति सिंह का टिकट कटा, विधानसभा अध्यक्ष को भी फिर नहीं मिला मौका
भाजपा (BJP) ने आज मंगलवार की रात उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के लिए उम्मीदवारों की एक और सूची (bjp candidates list) जारी की है. इसमें योगी आदित्यनाथ सरकार में महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह को सरोजिनी नगर से टिकट नहीं मिला. इसी सीट से ईडी में डायरेक्टर की नौकरी छोड़कर आए राजेश्वर सिंह को टिकट दिया गया. वहीं, रीता बहुगुणा के बेटे को भी इस लिस्ट में टिकट नहीं दिया गया है. रीता बहुगुणा जोशी बेटे को टिकट न मिलने पर बीजेपी छोड़ने को तैयार थीं, लेकिन इसके बाद भी उनके बेटे को टिकट नहीं दिया गया है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को 17 उम्मीदवारों की घोषणा की. पार्टी ने उत्तर प्रदेश सरकार के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक के निर्वाचन क्षेत्र में परिवर्तन किया है, जबकि विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित और राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह को इस बार मौका नहीं दिया है.
मंगलवार को भाजपा के घोषित उम्मीदवारों में लखनऊ के सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह की जगह पार्टी ने राजराजेश्वर सिंह को उम्मीदवार बनाया है जो उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा (यूपीपीपीएस) से वर्ष 2007 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में प्रतिनियुक्ति पर गए थे और उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली.
ईडी में रहते हुए सिंह ने टूजी स्पेक्ट्रम घोटाला, अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर डील, एयरसेल मैक्सिस घोटाला, आम्रपाली घोटाला जैसे कई मामलों की जांच की और सुर्खियों में बने रहे. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सरोजनी नगर में स्वाति सिंह और उनके पति दयाशंकर सिंह दोनों टिकट की दावेदारी कर रहे थे और इस टकराव को समाप्त करने के लिए पार्टी ने एक नया चेहरा मैदान में उतारा है. लखनऊ में पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) रहते हुए भी राजेश्वर सिंह लोकप्रिय रहे.
भाजपा ने उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन को उनकी पुरानी सीट लखनऊ पूर्व से मौका दिया है, जबकि 2017 में लखनऊ मध्य से चुनाव जीते कानून मंत्री ब्रजेश पाठक को इस बार लखनऊ कैंट से उम्मीदवार बनाया गया है.
लखनऊ मध्य में पार्टी के पुराने कार्यकर्ता रजनीश गुप्ता और लखनऊ पश्चिम में अंजनी श्रीवास्तव भाजपा के उम्मीदवार बनाए गए हैं. लखनऊ के बख्शी का तालाब क्षेत्र से योगेश शुक्ला को पार्टी ने मौका दिया है, जबकि पिछली बार इस सीट पर भाजपा के ही अविनाश त्रिवेदी चुनाव जीते थे. केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर की विधायक पत्नी जय देवी को फिर से मलिहाबाद (अनुसूचित जाति) सीट से पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा है.
उन्नाव जिले की भगवंतनगर सीट पर भाजपा ने आशुतोष शुक्ल को उम्मीदवार बनाया है, जहां से 2017 में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित चुनाव जीते थे. राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय को उनकी पुरानी सीट चित्रकूट से पार्टी ने टिकट दिया है. इस सूची में रायबरेली की ऊंचाहार सीट से भाजपा संगठन के पदाधिकारी अमरपाल मौर्य, अमेठी के गौरीगंज से चंद्रप्रकाश मिश्रा मटियारी और फतेहपुर के जहानाबाद से राजेंद्र पटेल और सीतापुर से राकेश राठौर गुरू को मौका मिला है. जहानाबाद क्षेत्र से पिछली बार राज्य मंत्री जयकुमार सिंह जैकी सहयोगी अपना दल (एस) से चुनाव जीते थे जिन्हें उनकी पार्टी ने इस बार फतेहपुर की बिन्दकी सीट से उम्मीदवार घोषित किया है.
उन्नाव, लखनऊ, फतेहपुर, रायबरेली और सीतापुर जिले में चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान होना है. भाजपा उत्तर प्रदेश में अब तक 314 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है
बता दें कि अपर्णा यादव ने पिछले विधानसभा चुनाव में 2017 में लखनऊ कैंट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था. बीजेपी ने लखनऊ कैंट से ब्रजेश पाठक को टिकट दिया है. इस बार उनकी सीट बदली गई है. बीजेपी ने लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से कैबिनेट मंत्री स्वाति सिंह की जगह ED के पूर्व डायरेक्टर राजेश्वर सिंह को उम्मीदवार बनाया है. राजेश्वर सिंह लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह के पति हैं.