एकनाथ शिंदे से मुलाकात पूर्व मंत्री राजकिशोर को पड़ी भारी, BSP ने किया निष्कासित; भाई भी बाहर
बस्ती: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की निकटता को लेकर पूर्व मंत्री राजकिशोर सिंह और उनके भाई बृजकिशोर सिंह से नाराज बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। जिलाध्यक्ष बसपा जयहिंद गौतम ने इसकी पुष्टि की। बताया कि यह कार्यवाही अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त करने के चलते की गई है।
बृजकिशोर सिंह डिंपल एकनाथ शिंदे के साथ शनिवार को लखनऊ में साये की तरह छाये रहे। रविवार को वो अयोध्या में प्रभुश्रीराम के दर्शन को पहुुंचे तो यहां भी डिंपल ने सर्मथकों संग उनका जोरदार स्वागत। पार्टी ने इसको लेकर कार्यवाही की तो यूपी की सियासत गरमा गई है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री राजकिशोर सिंह ने पार्टी की इस कार्यवाही के बारे में अनभिज्ञता बताई। कहा कि चंगरेवा में अपने घर पर हैं। पार्टी के इस निर्णय की जानकारी उनको नहीं है। रही बात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से निकटता की तो उनके भाई बृजकिशोर सिंह डिंपल से उनकी दोस्ती है। पार्टी और रिश्ते अलग अलग हैं। रिश्ता जहां रहेगा,वहां व्यक्ति को तो जाना ही पड़ेगा। राजनी
राजनीति में पूर्वांचल का बड़ा चेहरा हैं राजकिशोर
राजकिशोर सिंह ने अपनी राजनीतिक यात्रा बसपा के टिकट पर हर्रैया विधान सभा से निर्वाचित होकर शुरू की थी। वो यहां से तीन बार विधायक और तीन बार मंत्री रहे। पहली बार बसपा से विधायक बनने के बाद उद्यान मंत्री बने थे। सत्ता में फेरबदल के बाद वो सपा में चले गए। और फिर मंत्री बन गए। अखिलेश सरकार में वो पशुधन और पंचायती राज मंत्री बने थे। सपा से खटकने के बाद वो वर्ष 2019 में वो कांग्रेस में चले गए और लोकसभा चुनाव में कूद पड़े। यह चुनाव हारने के बाद वर्ष 2020 में वो फिर से बसपा में भाई के साथ चले गए। तब से वो और उनका परिवार बसपा से ही जुड़ा हुआ था।