प्रयागराज के मारुति यार्ड हब में लगी भीषण आग, 16 कारें जलकर खाक
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के झूंसी के अंदावा में पुरानी G.T रोड के पास बने मारुति सुजुकी के गैरेज गोडाउन में शुक्रवार सुबह आग लगने से 16 गाड़ियां जलकर राख हो गई। 11 हजार लाइन का तार टूटकर गिरने से वहां खड़ी कारों में कारों में आग लग गई। कारों के CNG सिलेंडर फटने से धमाका होने लगा। अचानक हुई घटना से गोडाउन में अफरा-तफरी मच गई। आग की लपटें इतनी तेज थी, कि आसपास खड़ी सभी कारों को चपेट में ले लिया। इन कारों की कीमत लगभग दो करोड़ बताई जा रही है।
फायर ब्रिगेड की 7 गाड़ियों ने मौके पर पंहुची
चीफ फायर ऑफिसर आरके पांडेय ने बताया जैसे ही मारुति सुजुकी के गैरेज गोडाउन में आग लगने की सूचना मिली। फायर स्टेशन फूलपुर, सोरांव हंडिया, नैनी, सिविल लाइंस सहित 5 स्टेशन से 7 गाड़ियां मौके पर पहुंची। गैरेज के आस-पास 40 पुलिसकर्मी तैनात किए गए। गैरेज में 400 गाड़ियां खड़ी थी। फिलहाल उन्हे आग में जलने से बचा लिया गया फायर ब्रिगेड की टीम ने 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
कारों के CNG सिलेंडर फटने से हो रहा था धमाका
घटनास्थल पर पहले से मौजूद लोगों ने बताया 11 हजार की हाईटेंशन लाइन कारों के ऊपर गिर गई, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है। 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन के गिरने से सबसे पहले एक कार में आग लगी। जिससे कार का CNG सिलेंडर फटा और देखते ही देखते 16 कारों को आग ने अपनी चपेट में लिया। हादसे की सूचना मिलते ही लगभग 20 मिनट में फायर ब्रिगेड की टीम आ गयी।आग को बुझाया गया।
बिना NOC के चल रहा था कार का यार्ड हब
ब्राइट फोर व्हीलर सेल्स प्राइवेट लिमिटेड का मारुति कारों का यार्ड हब झूंसी के अंदावा में है। आज यहां करीब 400 कारें खड़ी थीं। मारुती की सभी नई कारे हब में खड़ी की जाती हैं। यहीं से प्रयागराज व उसके आस-पास जिलों के शोरूम में कारों की डिलवरी की जाती है।
CFO बोले- कंपनी को भेजा जाएगा नोटिस
जांच में कंपनी की ओर से बड़ी लापरवाही सामने आयी है। जिस पर कंपनी को नोटिस जारी कर जुर्माना लगाया जाएगा। चीफ फायर ऑफिसर आरके पांडेय ने बताया कि घटनास्थल पर सभी कारें, 11 हजार के हाईटेंशन लाइन के नीचें खड़ी थीं। इसके लिए न तो अग्निशमन विभाग से कोई NOC लिया गया था और न ही आग बुझाने का कोई व्यवस्था कर रखी थी। इस लापरवाही के लिए कंपनी पर जुर्माना लगाया जाएगा। और जल्द ही इस तरह के बिना एनओसी के कंपनियां, कोचिंग और प्रतिष्ठान चला रहे लोगों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। “