माफिया मुख्तार अंसारी की फरार पत्नी अफशां अंसारी पर कसा शिकंजा, लुकआउट नोटिस जारी
माफिया मुख्तार अंसारी की पत्नी अफसा अंसारी पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. यूपी पुलिस ने अब अफसा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है. पुलिस उसकी तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही है. इससे पहले उसके खिलाफ 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था.
जानकारी के मुताबिक, मुख्तार अंसारी के जेल जाने के बाद उसके कामों को पत्नी अफसा अंसारी चलाती है. पुलिस जांच में सामने आया है कि आफसा अंसारी ने मऊ में विकास कंस्ट्रक्शन के माध्यम से संचालित फर्म बनाकर फर्जीवाड़ा किया था. इसी मामले में मुख्तार की पत्नी और दोनों सालों समेत 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था. बाद ने इसी मुकदमे को आधार बनाकर गैंगेस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था.
पुलिस के लिए चुनौती बनी गिरफ्तारी
मऊ के सीओ सिटी धनंजय मिश्रा ने बताया कि दो दिन पहले मऊ पुलिस ने अफसा पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था. उसके बाद अब लुक आउट नोटिस जारी हुआ है. मऊ पुलिस के लिए मुख्तार की पत्नी की गिरफ्तारी चुनौती बन गई है.
पुलिस रिकॉर्ड में अफशां अंसारी IS-191 गैंग की सदस्य
गाजीपुर जनपद में पुलिस ने पुरस्कार घोषित अपराधियों की सूची जारी की है. इस सूची में 12 उन अपराधियों के नाम शामिल हैं, जिन पर पुलिस की तरफ से इनाम का ऐलान किया गया है. अफसा अंसारी पर कोतवाली थाना क्षेत्र में 406, 420, 386, 506 के तहत मामला दर्ज है. अफसां पर गजल होटल लैंड डील के अलावा नंदगंज में सरकारी जमीन को कब्जा करने का आरोप है. पुलिस रिकॉर्ड में अफसा अंसारी IS-191 गैंग की सदस्य के तौर पर चिह्नित हैं. कुछ मामलों में अफसा के साथ उसके दो भाइयों को भी पुलिस ने नामजद किया है. पुलिस ने अफसा की तलाश में कई स्थानों पर छापेमारी की, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा.
12 अपराधियों की सूची जारी
एसपी की तरफ से जारी की गई इस सूची में मनिया के सोनू मुसहर, चकफरीद के सद्दाम हुसैन, बनगांवा के वीरेंद्र दुबे, इमिलिया के अंकित राय, नसरतपुर के अंकुर यादव, आजमगढ़ के सिधारी थाना के त्योखर के अशोक यादव, जोगा मुसाहिब के अमित राय, मुख्तार के शूटर शेरपुर के अंगद राय, चकिया के रवि बिंद और सकरा के सोनू बिंद के ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल मऊ के दक्षिण टोला के रैनि गांव के पास विकास कंस्ट्रक्शन नाम की फर्म बनाकर जमीन ली गई और उस पर एक गोदाम का निर्माण कराया गया. उस गोदाम को फर्म के द्वारा एफसीआई को किराए पर दिया गया था. यह फर्म पांच लोगों के नाम पर रजिस्टर्ड थी, जिसमें मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी, उसके दोनों साले अनवर सहजाद और आतिफ रजा साथ ही रविन्द्र नरायन सिंह, जाकिर हुसैन उर्फ विक्की शामिल हैं.
राजस्व विभाग की जांच में पाया गया कि विकास कंस्ट्रक्शन फर्म ने अनुसूचित जाति के लोगों को पट्टे पर दी गई जमीन को गलत तरीके से अपने नाम करा लिया गया. इसके अलावा कुछ और लोगों की जमीन भी गलत तरीके से ले ली. उस समय के तहसीलदार पीसी श्रीवास्तव ने इस पूरे मामले की जांच कराई. जांच में पाया गया कि विकास कंस्ट्रक्शन फर्म ने फर्जी ढंग से अनुसूचित जाति के लोगों को दी गई पट्टे की जमीन को फर्म के नाम कराया गया है.