उत्तराखंड (Uttarakhand) के नए मुख्यमंत्री को लेकर रविवार को फैसला हो सकता है और इसके लिए बीजेपी (BJP) ने राज्य के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक को बुलाया है. पार्टी ने राज्य में 47 सीटें जीती हैं और अब राज्य के सीएम को लेकर माना जा रहा है कि कल फैसला हो सकता है. इसके लिए बीजेपी ने सभी विधायकों को 20 मार्च को देहरादून बुलाया है और कहा जा रहा है कि केन्द्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में कल राज्य के नए सीएम को लेकर फैसला हो सकता है.
फिलहाल राज्य में अभी तक सीएम को लेकर फैसला नहीं हो सका है. हालांकि राज्य में कई दावेदार हैं. लेकिन रपार्टी ने अभी तक किसी नाम पर मुहर नहीं लगाई है और ना ही अधिकारिक तौर पर ऐलान किया है. पार्टी ने अपने विधायकों को 20 मार्च को देहरादून बुलाया है ताकि बैठक में नए सीएम के नाम पर फैसला हो सके. राज्य में आज होली खेली जा रही है और कल पार्टी ने विधायकों की बैठक को बुलाया है. बताया जा रहा है कि उत्तराखंड में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह किसी बड़े आयोजन की तरह आयोजित किया जाएगा और इसमें बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी बुलाए जा सकते हैं. वहीं केन्द्र के बड़े मंत्री भी शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे.
बीजेपी ने जिला और मंडल के पदाधिकारियों को दिए निर्देश
जानकारी के मुताबिक राज्य की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह का जिलों और संभागों में लाइव टेलीकास्ट भी किया जाएगा और इसके लिए पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे. ये प्रसारण एलईडी के जरिए किया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी जिला व मंडलीय इकाइयों के पदाधिकारियों और नेताोओं को दी गई है.
भगत सिंह कोश्यारी के दिल्ली दौरे से बढ़ी हलचलें
राज्य में अभी तक सीएम के नाम पर फैसला नहीं हो सका है. वहीं महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के दिल्ली दौरे के बाद राज्य का सियासी तापमान बढ़ गया है. क्योंकि कोश्यारी के संघ और बीजेपी में अच्छे संबंध बताए जाते हैं और राज्य में धामी को सीएम बनाने के वक्त भी कोश्यारी दिल्ली पहुंचे थे. वहीं कोश्यारी को धामी का राजनैतिक गुरु भी माना जाता है.