ठियोग में बड़ा बैंकिंग फर्जीवाड़ा, 6 लोगों के नाम पर लिया 56.83 लाख का लोन

आरोपी ने बैंक कर्मियों से मिलीभगत कर तैयार किए फर्जी दस्तावेज, पुलिस जांच में जुटी
हिमाचल प्रदेश। शिमला जिला के ठियोग में एक धोखाधड़ी का मामला उजागर हुआ है, जिसमें संजीव कुमार वर्मा नामक व्यक्ति पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए बैंक से 56.83 लाख रुपये का कर्ज निकालने का आरोप है। आरोप है कि संजीव ने बैंक ऑफ इंडिया की सरोग शाखा के अधिकारियों—शाखा प्रबंधक चेत राम ठाकुर और कैशियर विजय कुमार—के साथ मिलकर छह अलग-अलग लोगों के नाम पर कर्ज लिया।
पीड़ितों में इंद्र सिंह, उसकी पत्नी निशा, अनिल वर्मा, जगदीश, हरीश चौहान और आशा शामिल हैं, जिनके नाम और पहचान का दुरुपयोग कर विभिन्न मदों में ऋण लिया गया। आरोप है कि इन लोगों को इस कर्ज की जानकारी तब हुई जब बैंक से नोटिस मिला, जिससे वे हैरान रह गए।
पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया कि संजीव ने वाहन ऋण, केसीसी लिमिट और अन्य लोन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए जाली दस्तावेज तैयार किए। उसने 2022 में एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक से फॉर्च्यूनर गाड़ी भी जगदीश के नाम पर, लेकिन खुद के इस्तेमाल के लिए खरीदी, जिसमें फर्जी संपत्ति दस्तावेजों का सहारा लिया गया।
डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने पुष्टि की है कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और हर पहलू की गंभीरता से जांच की जा रही है।