केजरीवाल-आतिशी की बढ़ेगी मुश्किलें! अगले हफ्ते फिर नोटिस भेजने के लिए क्राइम ब्रांच तैयार; पुलिस कमिश्नर ने कही ये बात
नई दिल्ली। भाजपा पर आम आदमी पार्टी के विधायकों की खरीद फरोख्त करने का आरोप लगाने के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कैबिनेट मंत्री आतिशी से जवाब मिलने का इंतजार है।
‘आप’ के आरोप पर भाजपा के कुछ सांसदों व विधायकों द्वारा पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा से मुलाकात कर आरोप को निराधार बताते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग करने पर आयुक्त ने क्राइम ब्रांच को जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी है। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने बीते दिनों मुख्यमंत्री और आतिशी को नोटिस देकर तीन दिन के अंदर जवाब देने का अनुरोध किया था ताकि सुबूत मिलने पर केस दर्ज कर जांच की जा सके, लेकिन अबतक जवाब नहीं मिल पाया है।
क्राइम ब्रांच के एडिशनल पुलिस कमिश्नर संजय भाटिया का कहना है कि इस हफ्ते तक वह जवाब मिलने का इंतजार कर रहे हैं। जवाब न मिलने पर जरूरत पड़ने पर अगले हफ्ते दोनों को दोबारा नोटिस भेजने पर निर्णय लिया जाएगा।
भाजपा पर आप के विधायक तोड़ने के आरोप
ज्ञात रहे बीते 27 जनवरी को एक्स पर किए गए पोस्ट में आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि भाजपा, आम आदमी पार्टी के सात विधायकों से संपर्क कर मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कराने व उन्हें तोड़ने की बात कह रही है। 21 विधायकों से बात हो जाने व अन्य से बात करने की बात कह रही है। भाजपा दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार गिराने की बात कह रही है। विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये देने व आगामी चुनाव में भाजपा की ओर से टिकट दिलाने की बात कह रही है लेकिन विधायकों ने भाजपा के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
भाजपा विधायकों-सांसदों ने की थी शिकायत
पोस्ट के बाद आप नेता आतिशी ने पत्रकार वार्ता करके भी यही आरोप लगाया था, जिसके बाद 29 जनवरी को दिल्ली भाजपा के कई सांसद व कुछ विधायकों ने पुलिस मुख्यालय पहुंचकर पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा से मुलाकात कर मुख्यमंत्री और आप सरकार द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच करवा कार्रवाई करने के लिए लिखित में शिकायत की थी।
क्राइम ब्रांच ने अभी कोई केस दर्ज नहीं किया
इस पर पुलिस आयुक्त ने जांच की जिम्मेदारी क्राइम ब्रांच को सौंप दी थी। उसी सिलसिले में क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है। अभी इस मामले में क्राइम ब्रांच ने अभी कोई केस दर्ज नहीं किया है। जांच में सामने आए सुबूतों के आधार पर पुलिस आगे का निर्णय लेगी।