तीन बच्चों के पिता पर चढ़ा इश्क का खुमार, एकतरफा प्यार का विरोध करने पर बीडीसी सदस्य की हत्या, चार को किया घायल
आजमगढ़. मऊ जिले में एकतरफा प्यार का विरोध करना क्षेत्र पंचायत सदस्य को भारी पड़ गया। लड़की की शादी तय होने से नाराज एकतरफा प्यार करने वाले व्यक्ति ने दीपावली की रात रिश्तेदारों के साथ मिलकर युवती के परिजनों पर हंसिये से हमला कर दिया। इसमें युवती के चचेरे भाई क्षेत्र पंचायत सदस्य की मौत हो गई। वहीं 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की जानकारी होने पर फॉरेंसिक टीम के साथ पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और परिजनों से मामले की जानकारी ली। फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए। इसके बाद घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। एसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की है।
मऊ जिले के रानीपुर थाना क्षेत्र के पडरी गांव निवासी श्यामा शादीशुदा है। उसके 3 बच्चे हैं। श्यामा गांव की ही एक युवती का एक साल से पीछा कर रहा था। रास्ते में युवती को रोककर परेशान करता था। युवती के परिजनों ने कई बार उसे समझाया। इसके बावजूद वह युवती का पीछा करता रहा। इससे परेशान होकर परिवार के लोगों ने एक महीने पहले युवती का रिश्ता तय कर दिया। जबकि श्यामा युवती से शादी करना चाहता था। युवती की शादी तय होने की जानकारी होने पर वह आपा खो बैठा। इसके बाद उसकी हरकतें और बढ़ गई। युवती की शादी तोड़वाने के लिए वह तरह-तरह से प्रयास करने लगा। सोमवार की रात लोग दीपावली मना रहे थे। इसी बीच रात करीब 11 बजे वह अपने रिश्तेदारों के साथ युवती के घर में घुसकर हमला कर दिया। हंसिये के हमले में युवती के चचेरे भाई क्षेत्र पंचायत सदस्य 25 वर्षीय अजीत की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं क्षेत्र पंचायत सदस्य मनोज समेत 3 लोग घायल हो गए।
हमले के दौरान ही किसी ने घटना की जानकारी पुलिस को दे दी। पुलिस अधीक्षक फॉरेंसिक टीम के साथ मौक पर पहुंच गए। एंबुलेस से घायलों को अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना से गांव में तनाव की स्थित है। पुलिस अधीक्षक ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया है।
पीड़ित परिवार का कहना है कि आरोपी श्यामा तीन बच्चों का पिता है। वह एक साल से युवती पर बुरी नजर रखता था। आरोपी श्यामा ने युवती के नाम का टैटू भी बनवाया था जिसका उसकी पत्नी ने विरोध कर मिटवा दिया था। लोकलाज के डर से परिवार के लोग चुप थे और युवती की शादी तय कर दिए थे। इसके बाद उसकी हरकतें और बढ़ गई थी। दीपावली की रात उसने हत्या ही कर डाली।