गाजियाबाद में कांवड़ियों की बढ़ी संख्या, पुलिस-प्रशासन अलर्ट; कड़ी सुरक्षा के बीच होगा जलाभिषेक
गाजियाबाद। महाशिवरात्रि पर दूधेश्वरनाथ मंदिर में होने वाले जलाभिषेक के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एडिशनल सीपी दिनेश कुमार पी ने बृहस्पतिवार शाम मंदिर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों के साथ मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में पैदल भ्रमण भी किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाए। सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी बाडी वार्न कैमरों का प्रयोग करें। ड्यूटी में लगे सभी उपनिरीक्षकों के पास वायरलैस सेट आवश्यक रूप से हों। मंदिर के पास सीएमओ से वार्ता कर एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए।
नगर निगम के अधिकारियों से वार्ता कर मोबाइल टायलेट लगवाए जाएं और मंदिर के प्रवेश द्वार पर डीएफएमडी लगवाने के साथ पुलिसकर्मियों को एचएचएमडी दिए जाएं। इस मौके पर एडीसीपी रामानंद कुशवाहा, एसीपी कोतवाली अंशु जैन, एसीपी क्राइम एवं यातायात भास्कर वर्मा समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मंदिर परिसर के अंदर होंगे 500 अधिक पुलिसकर्मी
शनिवार को महाशिवरात्रि पर दूधेश्वरनाथ मंदिर में कड़ी सुरक्षा के बीच जलाभिषेक होगा। 500 से अधिक पुलिसकर्मी मंदिर परिसर के भीतर व बाहर की सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभालेंगे। पुलिस ने दूधेश्वरनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का प्लान तैयार कर लिया है। इसके तहत मंदिर क्षेत्र को दो जोन व कई सेक्टरों में बांटकर अधिकारियों की तैनाती की जा रही है। 46 सीसीटीवी कैमरों व दो ड्रोन कैमरों की मदद से मंदिर के बाहरी व भीतरी गतिविधियों पर निगाह रखी जाएगी। मंदिर की सुरक्षा व श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शुक्रवार शाम सात बजे से ही फोर्स की तैनाती हो जाएगी। पांच एसीपी समेत 500 से अधिक पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात हो रहे हैं। सभी की तैनाती नाम, पदनाम व ड्यूटी के स्थान के साथ हो रही है। साथ ही पुलिस की चार क्यूआरटी टीम भी गठित हुई है। पीएसी की एक प्लाटून भी मंदिर में तैनात रहेगी। पुलिसकर्मियों की 17 फरवरी की रात से 18 की रात तक तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगी हैं। इस बार पिछले वर्षों की अपेक्षा सुरक्षा व्यवस्था में दोगुना फोर्स लगाई जा रही है।
बता दें कि हर वर्ष महाशिवरात्रि पर लाखों श्रद्धालु व कांवड़िए मंदिर में भगवान शिव पर जलाभिषेक करते हैं। पुलिस ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं व सुरक्षा को लेकर प्लान तैयार किया है। मंदिर के भीतर व बाहर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रहेगी। मनचलों पर नियंत्रण को महिला व पुरुष पुलिसकर्मी सादे वस्त्रों में भी तैनात होंगे। दूधेश्वरनाथ मंदिर के साथ जिले के अन्य मंदिरों की सुरक्षा भी पुख्ता की जाएगी।
कांवड़ियों की बढ़ी संख्या पुलिस-प्रशासन अलर्ट
दिल्ली-मेरठ हाईवे से गुजरता कांवड़ियों को ध्यान में रखते हुए पुलिस-प्रशान ने अलर्ट जारी किया है, जिसकी सुरक्षा का जायजा एडिशनल सीपी ने लिया है। पुलिस द्वारा की सुरक्षा के बारे में जानकारी देते हुए डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि महाशिवरात्रि के मद्देनजर दूधेश्वरनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षा व्यवस्था में 500 से अधिक पुलिसकर्मियों को लगाया जा रहा है। सीसीटीवी कैमरों व ड्रोन कैमरों की मदद से निगरानी की जाएगी।
महाशिवरात्रि पर आठ बजे से शुरू होगा जलाभिषेक
महाशिवरात्रि का पर्व शनिवार को मनाया जाएगा। हाजिरी का जलाभिषेक शुक्रवार रात को आठ बजे से होगा। आचार्य शिव कुमार ने बताया कि मुख्य पर्व शनिवार सुबह हैं और जलाभिषेक सुबह आठ बजे से किया जाएगा। दूधेश्वरनाथ मंदिर में जलाभिषेक को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है। नगर निगम ने मंदिर के आसपास सफाई करा दी है। भक्तों के लिए बैरिकेडिंग का काम चल रहा है।
महाशिवरात्रि पर ऐसे करें पूजा प्रातः काल सूर्योदय से पहले उठकर नित्य क्रिया के बाद स्नान करें। भगवान शिव के व्रत का संकल्प लें। घर के निकट स्थित किसी मंदिर में अथवा शिवलिंग पर दूध, दही गंगाजल अथवा पंचामृत से अभिषेक करें। इसके साथ ही भगवान शिव को बेलपत्र, बेर के फल आदि अर्पित करें। जलाभिषेक के पश्चात व्रती लोग फलाहार कर सकते हैं अथवा दूध, चाय पी सकते हैं। व्रत करने वाले व्यक्ति नियम संयम का पालन करें।