गोरखपुर में डी-फार्मा का फर्जी प्रमाण पत्र देकर हड़पे रुपये, पुलिस ने एक जालसाज को गिरफ्तार किया
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में पुलिस ने फर्जी डी-फार्मा प्रमाण पत्र देने की एवज में एक छात्र से ढाई लाख रुपये ऐंठने के आरोपी को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।
अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) कृष्ण कुमार ने बताया कि गोरखपुर में किराए पर रहने वाले बस्ती जिले के निवासी आशीष पुरी को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-18 में चिलुआताल थाना क्षेत्र स्थित गायत्री पुरम में एक दुकान संचालित करने वाले छात्र संदीप श्रीवास्तव को मध्य प्रदेश के सागर स्थित स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय का फर्जी डी फार्मा (फार्मेसी में डिप्लोमा) प्रमाणपत्र और अंकपत्र उपलब्ध कराने के मामले में आशीष को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि आशीष ने संदीप को नवंबर 2020 में वह फर्जी प्रमाणपत्र और अंकपत्र दिया था। इसके एवज में उसने उससे ढाई लाख रुपये लिए थे। कोविड-19 महामारी का दौर गुजरने के बाद जब उसने विश्वविद्यालय से उस प्रमाण पत्र और अंक पत्र की पुष्टि कराई तो वे फर्जी पाए गए।
कुमार ने बताया कि जब आशीष ने पुरी से इस बारे में पूछा तो उसने उसे तथा उसके भाई आदित्य को जान से मारने की धमकी दी और धन वापस करने से इंकार कर दिया। इस मामले में पिछली 30 अप्रैल को मुकदमा दर्ज किया गया था उसके बाद से पुलिस पूरी की तलाश कर रही थी।