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इमरान खान के समर्थकों पर होगी आर्मी एक्ट के तहत कार्रवाई, PM शहबाज ने किया समर्थन

पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान पर अब देश में हिंसा फैलाने के आरोप में गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. पंजाब पुलिस ने इमरान के घर जमान पार्क को घेर लिया है. जमान पार्क के आसपास के रास्ते बंद कर दिए गए हैं. जमान पार्क के अंदर लोगों का प्रवेश और बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है. घर के आसपास की स्ट्रीट लाइटें बंद कर दी गईं.

पंजाब के कार्यवाहक सूचना मंत्री आमिर मीर का कहना है कि इमरान खान के घर में करीब 40 आतंकवादी छिपे हैं. इमरान को उन्हें सौंपने के लिए कहा गया है. इसके लिए उन्हें दोपहर 2 बजे तक का समय दिया गया है. आमिर मीर ने आतंकियों को सौंप देने या कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा. इमरान का कहना है कि उनके घर में केवल 10-12 लोग हैं. वह लोगों को घर में ले जाकर इस बात की तस्दीक भी करवा रहे हैं.

इस पर इमरान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कहा- मैंने अपने घर में 40 आतंकवादियों के बारे में सुना है. अगर यह सही है तो मेरा अनुरोध है कि मेरी जान खतरे में है. साथ ही उन्होंने कहा- अगर मेरे घर में आतंकी छिपे हैं तो सर्च वारंट आओ और उन्हें तलाश कर लो हालांकि सेना कह रही है कि दहशतगर्दों को पकड़ने के लिए रेड की जाती है ना कि अरेस्ट वारंट जारी किए जाते हैं.

इस बीच इमरान खान ने भी अपनी गिरफ्तारी की आशंका जताई है. उन्होंने ट्वीट किया- मेरी अगली गिरफ्तारी से पहले शायद मेरा आखिरी ट्वीट. पुलिस ने मेरे घर को घेर लिया है.

सूत्रों के मुताबिक अगर पीटीआई कार्यकर्ताओं और इमरान खान ने ऑपरेशन का विरोध किया या चुनौती दी तो हालात बिगड़ सकते हैं. इससे पहले मार्च में एक मामले में पुलिस ने खान को उनके जमान पार्क निवास में घुसकर गिरफ्तार करने की कोशिश की थी लेकिन उनके पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस योजना विफल कर दिया था.

सेना प्रमुख ने यह खाई कसम

पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने सैन्य ठिकानों और सेना के अफसरों के घरों को निशाना बनाने को सैन्य अपराध की श्रेणी में शामिल किया है.

उन्होंने कसम खाई कि वे इस हिंसा के योजनाकार, उकसाने वालों, भड़काने वालों और इस बर्बरता को अंजाम देने वालों को नहीं छोड़ेंगे. वह ऐसी हिंसा दोबारा नहीं होने देंगे. पाकिस्तान में सेना को बेइज्जत करने वालों को सजा दी जाएगी.

उन्होंने कहा कि सैन्य अपराध करने वाले सभी लोगों पर  राजद्रोह, जासूसी के अलावा आर्मी एक्ट, टेररिज्म एक्ट और ऑफीशियल सीक्रेट एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.

जानकारी के मुताबिहक इमरान खान और उनके समर्थकों पर आर्मी एक्ट की धारा 59 और 60 के तहत कार्रवाई की जाएगी. धारा- 59 के तहत दोषी पाए जाने पर सजा-ए-मौत का प्रावधान है. वहीं पंजाब सरकार ने भी इन एक्ट के तहत कार्रवाई की मंजूरी दे दी है.

इसलिए खटक रहे इमरान

– इमरान के समर्थकों ने लाहौर में पीएम आवास पर हमला बोला, पेट्रोल बम दागे, दर्जनों वाहनों में आग लगा दी.

– लाहौर कैंट में कॉर्प्स कमांडर्स हाउस के घर में घुस गए. आग लगा दी. 

– रावलपिंडी में सेना मुख्यालय पर हमला बोल दिया. जमकर पथराव किया.

– रेडियो पाकिस्तान की इमारत में आग लगा दी.  

– मियांवाली एयरबेस के बाहर लगे एक डमी विमान को आग के हवाले कर दिया.

– ऐतिहासिक मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज की इमारत में आग लगा दी.

– सशस्त्र प्रदर्शनकारियों ने तरनूल पुलिस स्टेशन, संगजानी पुलिस स्टेशन और रमना पुलिस स्टेशन पर फायरिंग की.

– 11 फ्रंटियर कोर के जवान और 71 पुलिस अधिकारियों पर हमला कर जख्मी कर दिया.

– फैसलाबाद शहर में गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के आवास पर पथराव किया.

इसके अलावा,

सत्ता छिनने के बाद ही इमरान खान शहबाज सरकार और सेना पर लगातार हमलावर थे. इमरान ने खुले मंच से कई बार पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर अपनी सरकार गिराने के आरोप लगाए थे. इसके बाद उन्होंने नए सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर पर भी शहबाज सरकार की मदद करने का आरोप लगाया था. 

लोकतंत्र नष्ट करने के लिए हमला हुआ: खान

इमरान ने अपने संबोधन में कहा कि देश में फैली हिंसा में 25 लोग मारे गए, 700 लोग जख्मी हो गए. हिंसा फैलाने के आरोप में 7500 पीटीआई कार्यकर्ताओं-नेताओं को जेल में डाल दिया गया है. उनके साथ बुरा व्यवहार किया जा रहा है. यह लोकतंत्र को नष्ट करने के लिए सुनियोजित हमला है.

उन्होंने कहा, ‘सैन्य कानूनों के तहत मामले दर्ज किए जा रहे हैं- पहले ऐसा कभी बिना जांच या स्वतंत्र जांच के नहीं हुआ. अचानक तय कर लिया गया कि पीटीआई एक आतंकवादी संगठन है.’ उन्होंने कहा कि वह जिस तरह अपने बच्चों की आलोचना करते हैं, उसी तरह सेना की भी आलोचना करते हैं और इसका मकसद सिर्फ सुधार लाना है.

जिन्ना हाउस पर हमले की हो न्यायिक जांच

इमरान ने आरोप लगाया- मेरे कैडर ने कभी फौज को निशाना नहीं बनाया या अशांति पैदा नहीं की. उस समय भी नहीं जब मुझे अप्रैल में प्रधानमंत्री के पद से हटाया गया था. मैंने 12 विधानसभा चुनाव जीते हैं. मेरे साथ एक आतंकवादी जैसा व्यवहार किया गया. मेरे पास सबूत हैं कि यह पीटीआई को बैन करने की सुनियोजित साजिश थी. उन्होंने कहा कि जिन्ना हाउस को कैसे निशाना बनाया गया? इसकी जांच के लिए एक न्यायिक आयोग की मांग की है. आईजी लाहौर को तलब किया जाए.

पीटीआई को बैन करना चाहते हैं नवाज 

इमरान खान ने कहा कि लंदन में बैठे नवाज शरीफ मेरी पार्टी पर प्रतिबंध लगाने के लिए यह सब कर रहे हैं. सारा मुल्क तबाही के रास्ते पर जा रहा है. पाकिस्तान जल जाए लेकिन नवाज शरीफ को कोई फर्क नहीं पड़ता. मुझे फंसाने के लिए पाकिस्तान में हिंसा की गई . कोर्ट में मेरी कत्ल की साजिश रची गई थी .

इमरान खान ने अपने संबोधन में कथित सर्वे की एक पर्ची भी दिखाई. उन्होंने दावा किया कि मुझे 70 फीसदी पाकिस्तान का समर्थन मिला है. PTI की बढ़ती लोकप्रियता से ये लोग घबराए हुए हैं. उन्होंने कहा कि मुल्क की सबसे बड़ी जमात और मुल्क की फौज को आमने-सामने खड़ा किया जा रहा है. कुछ लोग चाहते हैं कि इमरान फौज से लड़ जाए. नवाज शरीफ भगोड़ा हैं लेकिन मैं पाकिस्तान छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा.

हमले की स्वतंत्र जांच की जाए

इमरान खान ने सरकारी एवं सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए हमले से खुद को और अपनी पार्टी को अलग करते हुए हिंसा की स्वतंत्र जांच कराने की मांग की. खान ने यहां जमान पार्क निवास से वीडियो लिंक से अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह मांग रखी. 

आर्मी एक्ट लगाने पर संगठनों का विरोध

पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने पिछले दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि इमरान की गिरफ्तारी के विरोध में सेना के प्रतिष्ठानों पर हमले किए गए. ऐसा करने वालों पर कड़े पाकिस्तानी आर्मी एक्ट और ऑफिशियलज सीक्रेट एक्ट के तहत मुकदमा चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि दोषियों को गिरफ्तार करना और सजा देना राज्य की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि शहीदों के कब्रिस्तान पर हमला किया गया जो देश के प्रति दुश्मनी दिखाने जैसा है. “हमारे पास वीडियो एविडेंस हैं, हम ऐसा करने वाले किसी को भी नहीं बख्शेंगे.

हालांकि स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय अधिकार निकायों ने इस पर चिंता जाहिर की है. एमनेस्टी इंटरनेशनल और पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने अलग-अलग बयान जारी कर आर्मी रूल के तहत मुकदमे की आशंकाओं पर चेतावनी दी है.

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