इमरान खान ने कहा- Audio Leak से सच आया सामने, भ्रष्टाचार में मरियम के दामाद भी शामिल
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके पार्टी के कुछ नेताओं की बातचीत का ऑडियो लीक होने पर पूर्व प्रधानमंत्री (Imran Khan) का बयान सामने आया है. इमरान खान ने पीएम शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) और मरियम नवाज (Maryam Nawaz) पर निशाना साधा है और भाई-भतीजावाद को राष्ट्रीय हितों से ऊपर रखने का आरोप लगाया.
इमरान खान ने भारत को लेकर कही ये बात
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने कहा कि उनकी सरकार ने साल 2019 में भारत द्वारा जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद भारत के साथ व्यापारिक संबंध तोड़ लिए थे, लेकिन शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार फिर से यह शुरू करना चाहती है.
सच बोलने में असमर्थ हैं मरियम: इमरान खान
खैबर पख्तूनख्वा के कराक में एक रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान (Imran Khan) ने कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ‘सच बोलने में असमर्थ (Maryam Nawaz)’ हैं. इमरान खान ने मरियम पर भाई-भतीजावाद को राष्ट्रीय हितों से ऊपर रखने का आरोप लगाया.
भारत से आयात करना चाहती हैं मरियम: इमरान
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने लीक हुए एक ऑडियो का हवाला देते हुए कहा, ‘मरियम अपने रिश्तेदार के लिए भारत से बिजली संयंत्र मशीनरी आयात करना चाहती हैं.’ ऑडियो में प्रधानमंत्री शरीफ से कथित तौर पर कहा जा रहा है कि मरियम के रिश्तेदार भारत से बिजली संयंत्र आयात करना चाहते हैं.
इमरान खान ने कहा, ‘हमारी सरकार ने भारत के साथ व्यापार बंद कर दिया था क्योंकि उसने……जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था.’ साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा ‘आयातित शासक’ पाकिस्तान की अखंडता और एकजुटता की कीमत पर भारत के साथ व्यापार संबंधों को फिर से शुरू करना चाहते हैं.
भारत से आयात करना चाहते हैं कई कारोबारी संगठन
हाल के हफ्तों में, कई कारोबारी संगठनों ने सरकार से उपभोक्ताओं की खातिर भारत से प्याज और टमाटर जैसी आवश्यक वस्तुओं का आयात करने का आग्रह किया है, क्योंकि देश में भीषण बाढ़ के बाद सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. क्रिकेटर से नेता बने इमरान ने कहा कि इस बार वास्तविक आजादी प्राप्त करने के अपने संघर्ष में वह ‘एक गेंद से तीन विकेट लेंगे।’ उन्होंने दावा किया कि वास्तविक आजादी के लिए उनके संघर्ष के पीछे पूरा देश खड़ा है.