अगर आप भी लंबी उम्र तक जीना चाहते हैं तो आज ही डाइट में शामिल करें इन चीजों को
नई दिल्ली। अगर वज़न घटाना है तो कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन कम करें, ब्लड शुगर स्तर को कंट्रोल में रखना है तो पास्ता से दूर रहें, शरीर में पानी के जमाव से बचना है तो ब्रेड की तरफ न देखें- आपने कार्ब्ज़ के सेवन से जुड़ी ऐसी ही कई बातें सुनी होंगी। हालांकि, यह मैक्रोन्यूट्रिएंट जो हमें ऊर्जा देता है, उसका लंबी उम्र से बहुत बड़ा संबंध है। ब्लू ज़ोन डाइट में कार्ब्ज़ की ख़ास जगह है- यह वो डाइट है जिसे सार्डिनिया, ओकिनावा, इकरिया, निकोया और लोमा लिंडा में रह रहे लोग फॉलो करते हैं।
शोध से पता चलता है कि इन क्षेत्रों में रहने वाले लोग जिस आहार पर निर्भर हैं, उसका पालन लंबे और स्वस्थ जीवन से भी जुड़ा हुआ है। यह दुनिया के वे इलाके हैं जो लंबी उम्र के लिए जाने जाते हैं। यहां रह रहे लोग प्लांट-बेस्ड डाइट फॉलो करते हैं, जो पोषण के साथ एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरा होता है और सीधा संबंध स्वस्थ और लंबी ज़िंदगी से है। इसके अलावा, इनकी डाइट में 65 प्रतिशत कार्ब्ज़ होते हैं।
तो आइए जानें कि लंबी उम्र के लिए इन इलाकों के लोग किस तरह की ब्रेड का सेवन करते हैं।
राई और जौ से बनी साबुत अनाज की ब्रेड: जो लोग ब्लू ज़ोन डाइट फॉलो करते हैं, वे जौ और राई से बनी होल ग्रेन ब्रेड का सेवन ही करते हैं। इस तरह की ब्रेड, अमीनो एसिड के साथ-साथ फाइबर, प्लांट प्रोटीन, एंटीऑक्सिडेंट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो दिल के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं और लंबी उम्र को बढ़ावा देते हैं। इसे बनाते वक्त जब यीस्ट का उपयोग किया जाता है, तो इसमें गेहूं का आटा, आयरन, विटामिन-बी, पोटैशियम, मैग्नीशियम और सेलेनियम जैसा अतिरिक्त पोषण भी मिल जाता है।
सोरडो ब्रेड: आपको सोरडो ब्रेड बनाने के लिए सिर्फ पानी, आटा, नमक, काली मिर्च और सोरडो की ज़रूरत पड़ती है। क्योंकि इसे बनाने का तरीका फर्मेन्टेशन प्रोसेस से भी गुज़रता है, इसलिए सोरडो ब्रेड प्रीबायोटिक का बड़ा सोर्स है, जो इम्यूनिटी को बेहतर बनाने के साथ आंतों की सेहत को भी अच्छा रखता है। इसे खाने से भोजन के ग्लाइसेमिक लोड को कम करने में मदद मिल सकती है, जिससे रक्त शर्करा के स्पाइक्स को कम किया जा सकता है, जो डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए ज़रूरी है।
कोर्नब्रेड: कोर्नमील या फिर सूखा हुआ मकई फाइबर, प्रोटीन और विटामिन-ए के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि कॉर्नब्रेड का नियमित सेवन फाइबर के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है क्योंकि यह कॉर्नमील के समान सामग्री और वनस्पति तेल, नमक, सोया दूध, अलसी, बेकिंग पाउडर और मेपल सिरप के साथ तैयार किया जाता है।
पीता ब्रेड: इसका मज़ा आमतौर पर हुम्मस के साथ ज़्यादा आता है और ब्लू ज़ोन इलाकों में इसे काफी पसंद किया जाता है। इस ब्रेड में भी उन्हीं चीज़ों का इस्तेमाल किया जाता है, जिनसे होल वाइट ब्रेड बनती है। हालांकि, इसे हेल्दी बनाने के लिए इसके साथ फैट्स, प्रोटीन और फाइबर मिलाकर खाएं, ताकि आपके शरीर को ज़रूरी विटामिन्स, खनीज और अन्य पोषक तत्व भी मिल जाएं।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।