Twin Tower गिरने के बाद कितनी मजबूत हैं सोसाइटी? ये जानने के लिए एडीफाइस ने शुरू कर दिया विजुअल सर्वे
ट्विन टावर ध्वस्तीकरण के बाद एमरॉल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज दोनों सोसाइटियों में होने वाले नुकसान और इमारतों की मजबूती का अध्ययन करने के लिए गुरुवार से विजुअल सर्वे शुरू हो गया है। यह सर्वे एडीफाइस की ओर से शुरू किया गया है। दोनों सोसायटियों में कहां-कहां दरारें आई, प्लास्टर हटने समेत अन्य नुकसान का पता लगाया जाएगा।
नए विजुअल का पुराने विजुअल से मिलान करने के बाद एडीफाइस अपनी रिपोर्ट नोएडा प्राधिकरण और सीबीआरआई को सौंपेगी। सोसायटियों का अप्रैल में भी विजुअल सर्वे हो चुका है। एडीफाइस कंपनी के निदेशक मयूर मेहता बताते हैं कि टावर ध्वस्त होने से पहले उनकी टीम ने दोनों सोसायटियों का सर्वे किया था। यह सर्वे इसलिए किया गया था, ताकि टावर ध्वस्तीकरण के बाद सोसायटियों के नुकसान और मजबूती का अध्ययन किया जा सके।
प्रारंभिक सर्वे में एमराल्ड कोर्ट सोसायटियों में बड़ा नुकसान सामने नहीं आया है। एटीएस के लोगों ने कुछ आपत्ति दर्ज कराई हैं। टावर के आसपास के सभी फ्लैटों और लोगों की शिकायत के आधार पर ऑडिट किया जा रहा है। एटीएस के कई टावर में लोगों ने दरार आने की शिकायत की है। इनमें टावर नंबर पांच, सात और 20 शामिल हैं।
अप्रैल में हुए सर्वे के आधार पर इन टावर में आई दरारों का अध्ययन किया जाएगा कि यह धवस्तीकरण के बाद की हैं या फिर पुरानी हैं। एटीएस विलेज में ट्विन टावर से लगभग 200 मीटर दूर भी एक इमारत में दरार है। सोसायटी के कुछ लोगों का कहना है कि यह पुरानी है, जबकि कुछ लोगों ने दरारों को नया बताया है। विजुअल सर्वे इसी विवाद से निपटने में मदद करेगा। इसी सप्ताह में रिपोर्ट प्राधिकरण और सीबीआरआई को सौंप दी जाएगी।
ऑडिट इसी सप्ताह शुरू होगा
सोसाइटियों का स्ट्रक्चरल ऑडिट सुपरटेक करेगा। यह ऑडिट भी इसी सप्ताह शुरू हो जाएगा। यदि ऑडिट में दोनों सोसाइटियों में नुकसान मिलेगा तो उसकी भरपाई भी सुपरटेक के माध्यम से ही कराई जाने की बात की जा रही है। दोनों सोसायटियों में डीएंडआर कंपनी की ओर से पोस्ट स्ट्रक्चरल आडिट भी किया जा रहा है। आडिट में एमरॉल्ड कोर्ट के मुकाबले एटीएस में ज्यादा नुकसान होना सामने आया है।