यूपी में बकरीद को लेकर हाई अलर्ट घोषित, सीएम योगी का सख्त निर्देश-तय स्थान पर होगी कुर्बानी
लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को बकरीद, सावन, कांवड़ यात्रा समेत अन्य आगामी पर्वों को देखते हुए अधिकारियों को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सीएम योगी ने बदरीद को लेकर कहा कि तय स्थान के अलावा कहीं और खासकर विवादित जगहों पर कुर्बानी नहीं होनी चाहिए। सीएम ने कहा कि प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी प्रतिबन्धित पशु की कुर्बानी न हो। वहीं शरारती तत्वों से जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ पेश आने के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी ने कहा, आगामी 4 जुलाई से पवित्र श्रावण मास का प्रारंभ हो रहा है। श्रावण मास में परंपरागत कांवड़ यात्रा निकलेगी। इसमें सोमवार पूजन का भी विशेष महत्व है। श्रावण पूर्णिमा तक अयोध्या का सावन मेला भी शुरू होगा। नागपंचमी और रक्षाबंधन का भी पर्व है। इससे पूर्व बकरीद का पर्व है। इसी बीच मुहर्रम का महीना भी शुरू होगा। साफ है कि कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है। ऐसे में हमें सतर्क और सावधान रहना होगा।
अपनाएं जीरो टॉलरेंस की नीति- योगी
शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए। आयोजकों को अनुमति देने से पहले उनसे शांति और सौहार्द सुनिश्चित करने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए।
बकरीद पर प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी न हो- सीएम योगी
बकरीद पर कुर्बानी के लिए स्थान का चिन्हांकन पहले से ही होना चाहिए। विवादित जगहों पर कुर्बानी नहीं होनी चाहिए। तय स्थान के अतिरिक्त कहीं और कुर्बानी नहीं होनी चाहिए। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी न हो।
इस्लाम धर्म के मुख्य त्योहारों में से एक ईद उल अजहा यानी बकरीद को लेकर लखनऊ पुलिस अलर्ट हो गई है। पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ की ओर से बकरीद के मौके पर चाक चौबंद व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए है। लखनऊ पुलिस ने सार्वजनिक, खुले स्थानों पर कुर्बानी ना करने के साथ ही कुर्बानी की फ़ोटो या वीडियो सोशल मीडिया पर ना डालने की अपील की गई है। बकरीद को लेकर बड़े स्तर पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। इस बार 29 जून को बकरीद मनाई जाएगी।
लखनऊ पुलिस की खास तैयारी
दरअसल लखनऊ में ऐशबाग ईदगाह समेत कुल 94 ईदगाह और 1210 मस्जिदें है जहां नमाज अदा की जाती है। इसके लिए 6 पुलिस उपायुक्त, 10 अपर पुलिस उपायुक्त, 21 सहायक पुलिस उपायुक्त, 52 प्रभारी निरीक्षक, 101 अतिरिक्त निरीक्षक, 922 उपनिरीक्षक, 48 महिला उपनिरीक्षक, 894 मुख्य आरक्षी, 3375 आरक्षी, 965 महिला कॉस्टेबल, 922 होमगार्ड, 12 कम्पनी पीएसी और घुड़सवार पुलिस की तैनाती की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस मुख्यालय से दो अपर पुलिस अधीक्षक, 5 पुलिस उपाधीक्षक, 400 ट्रेनी उपनिरीक्षक उपलब्ध कराए गए हैं।
लखनऊ के सेंसिटिव एरिया को 4 जोन 18 सेक्टर में बांटा गया है, 64 हॉटस्पॉट भी चिन्हित किये गए है। इन एरिया में विशेष रूप से पेट्रोलिंग कराई जाएगी। इसके साथ ही ऐशबाग ईदगाह, टीले वाली मस्जिद और बड़ा इमामबाड़ा पर सीसीटीवी व ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी जायेगी। इसके साथ ही लखनऊ पुलिस की ओर से इन जगहों पर ट्रैफिक को लेकर बैरिकेटिंग और डायवर्जन की भी व्यवस्था की जाएगी।
लखनऊ पुलिस की टीम सोशल मीडिया पर भी अपनी पैनी नजर रखेगी। डीसीपी सेंट्रल अपर्णा कौशिक ने मुस्लिम समाज के लोगों से प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी ना करने और अन्य जानवरों की कुर्बानी खुले में ना करने की अपील की है। साथ ही कोई अवशिष्ट मिलने व सफाई करने को लेकर लखनऊ नगर निगम के वॉर रूम के नंबर पर सम्पर्क करने के लिए कहा है। सीसीटीवी और सर्विलांस के लिए 12 चौराहे भी चिन्हित किये गए है।
उधर बकरीद को लेकर हाल ही में मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने भी लोगों से अपील की थी। उन्होंने अपनी अपील में कहा कि उन्ही जानवरों की कुर्बानी की जाए, जिनपर कोई कानूनी बंदिश नहीं है। कुर्बानी सड़क, पब्लिक प्लेस व गली में कतई ना की जाए। कुर्बानी के खून को नालियों में हरगिज भी ना बहाया जाए। बल्कि खून को कच्ची जमीन में ही दफन कर दें। मौलाना ने कुर्बानी की ना तो कोई फ़ोटो खींची जाए और ना ही उसका कोई वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया जाए। सड़कों पर कतई नमाज को अदा ना करे।