आगरा मेयर पद पर हेमलता ने बसपा की डाॅ. लता को 108468 मतों से हराया, भाजपा की लगातार 7वीं जीत
उत्तर प्रदेश के आगरा में नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की मेयर प्रत्याशी हेमलता दिवाकर को ऐतिहासिक जीत मिली है। उन्होंने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए। बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशी लता वाल्मीकि को 1,08,468 वोटों से हराया। इस जीत से लगातार सातवीं बार नगर निगम के मेयर पद पर भाजपा का कब्जा बरकरार रहा।
पूर्व विधायक हेमलता दिवाकर को 2,67,925 वोट मिले। बसपा प्रत्याशी को 1,59,457 वोट मिले। मेयर पद के लिए 21 राउंड तक मतगणना चली। जिसके बाद सपा की जूही प्रकाश, कांग्रेस की लता कुमारी, आप की सुनीता सहित 8 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। नगर निगम के सदन में भी भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिला है। 100 वार्डों में भाजपा के 58, बसपा के 27 और 11 निर्दलीय पार्षद प्रत्याशी जीते हैं। तीन वार्ड में सपा और एक वार्ड में कांग्रेस को जीत मिली। आम आदमी पार्टी का खाता तक नहीं खुला।
पहली बार इतने बड़े अंतर से मिली जीत
हेमलता से पहले सबसे ज्यादा मतों से जीतने का रिकॉर्ड भाजपा के नवीन जैन के नाम था। पिछले चुनाव में नवीन जैन 74,322 वोटों से जीते थे। पूर्व में छह बार हुए चुनाव में भाजपा को जीत मिली, लेकिन जीत का अंतर कभी इतना नहीं रहा।
नगर निगम में 37.07 प्रतिशत मतदान हुआ था। 14.67 लाख मतदाताओं में 5.44 लाख मतदाताओं ने ही मतदान किया था। इससे लग रहा था कि जीत छोटी होगी। दलित, मुस्लिम समीकरण बनेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस मायने में भी हेमलता की जीत को बड़ा माना जा रहा है।
सवाल : आप मेयर निर्वाचित हुई हैं। पहला काम क्या करेंगी।
जवाब : जनता ने मुझे प्यार दिया। सेविका बनकर काम करूंगी। सबसे पहले शहर को स्वच्छता में नंबर वन बनाना है। मैं चाहती हूं लोग इंदौर को भूल जाएं। सफाई के मामले में आगरा देश का सबसे सुंदर और स्वच्छ शहर बने।
सवाल : आपकी अन्य चार प्राथमिकताएं क्या हैं।
जवाब :
- शहर में गंगाजल आ चुका है। इसे घर-घर पहुंचाया जा रहा है। जो इलाके छूट गए हैं उन्हें गंगाजल योजना में शामिल किया जाएगा। हर घर तक मीठा पानी उपलब्ध होगा।
- आगरा स्मार्ट सिटी है। स्मार्ट सिटी में लोगों का जीवन स्तर बेहतर बने। तकनीक से हर नागरिक को सुविधाओं का लाभ मिले।
- नगर निगम की जनता से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं में सुधार किया जाएगा। एकल खिड़की व पारदर्शी व्यवस्था बनाई जाएगी।
- सरकार की जो योजनाएं चल रहीं हैं उन्हें आगे बढ़ाया जाएगा। शहर की जरूरत के हिसाब से नई योजनाएं भी बनाई जाएंगी।
एक नजर में आंकड़े
- भाजपा : 2,67,925
- बसपा : 1,59,457
- सपा : 47,703
- कांग्रेस : 18,246
- आप : 7,504
- आसपा : 7,238