उत्तराखंड में कोटद्वार के दुगडडा के गोदी बड़ी गांव में महिला को मारने वाला गुलदार बुधवार देर रात वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया। गुलदार को आदमखोर घोषित किया गया था। वन विभाग ने पिंजरे में कैद गुलदार को रात में ही चिड़ियापुर रेस्क्यू सेंटर के सुपुर्द कर दिया था। सामने आया कि गुलदार सिर्फ डेढ़ दांत होने के कारण मानवभक्षी बन गया था।
शिकारी दल ने कई घंटे किया इंतजार
मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक उत्तराखंड की ओर से आदमखोर गुलदार को मारने के आदेश मिलते ही वन विभाग ने बुधवार को ही गांव में शिकारी दल तैनात कर दिया था। बुधवार को डीएफओ दिनकर तिवारी शिकारी दल को लेकर गांव पहुंचे। शिकारी दल ने घटनास्थल के साथ ही आसपास के क्षेत्र का मुआयना किया। उधर, ग्रामीणों को बुधवार दिन में गांव के पास के गदेरे में गुलदार नजर आया है जिसके बाद लोग गांव की ओर दौड़ पड़े। कई घंटे इंतजार के बाद बुधवार देर रात को गुलदार पिंजरे में कैद हुआ।
महिला को मारकर भी गांव में घूम रहा था गुलदार
19 जुलाई की सुबह महिला रीना देवी (38) को मारने वाला गुलदार बुधवार तक पिंजरे में नहीं फंस सका था, लेकिन क्षेत्र में लगातार उसकी दहशत बनी हुई थी। गोदी बड़ी गांव के आसपास के क्षेत्र में वह दो मवेशियों को भी मार चुका है। घटना की पुनरावृत्ति की आशंका और दहशत को देखते हुए ग्रामीण लगातार उससे निजात दिलाने की मांग करते आ रहे थे। डीएफओ दिनकर तिवारी ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मुरादाबाद के शिकारी राजीव सोलोमन और उनके सहयोगी नदीम खान की टीम को बुलाया गया।