युवती ने पंखे पर साड़ी का फंदा लगाकर की आत्महत्या, सीओ की जांच जारी
अलीगढ़। इगलास कोतवाली क्षेत्र के नगला चूरा में एक युवती शिवानी ने पंखे पर साड़ी का फंदा बना लटककर आत्महत्या कर ली। परिजनों का कहना है कि गांव की ही एक युवती ने प्रेम विवाह कर लिया था। इस मामले में सहेली के परिजनों ने शिवानी और एक अन्य युवती पर शक जताया था। पुलिस पूछताछ के नाम पर उसे परेशान कर रही थी और उसे फंसाकर जेल भेजने की धमकी दे रही थी, जिसकी वजह से उसने जान दी है। परिजनों के आरोपों की सीओ जांच कर रहे हैं।
शिवानी (19)गांव नगला चूरा निवासी किसान भूदेव सिंह चाैधरी की बेटी थी। उनके चार संतान हैं। बड़ी बेटी की चार माह पूर्व ही शादी हो चुकी है। दूसरे नंबर की शिवानी व तीसरे नंबर का बेटा रंजीत व चाैथा रामू है। रंजीत नोएडा में निजी कंपनी में काम करता है। मंगलवार को भूदेव सिंह और उनकी पत्नी अलीगढ़ कचहरी आए थे। शाम को घर पहुंचे तो शिवानी का शव फंदे पर लटका मिला। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई और शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
पुलिस पर भाई ने लगाया उत्पीड़न का आरोप
6 नवंबर को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे शिवानी के छोटे भाई रंजीत व रामू ने आरोप लगाया कि पिछले दिनों गांव के एक प्रेमी युगल ने घर से भागकर प्रेम विवाह कर लिया था। इस मामले में युवती के परिजनों ने युवक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी और शिवानी व एक अन्य युवती पर भी इसमें शामिल होने का शक जताया था। भाइयों का आरोप है कि इगलास कोतवाली की हस्तपुर पुलिस चाैकी पर तैनात दरोगा व पुलिसकर्मी बार-बार उनकी बहन को पूछताछ के लिए बुलाकर उसका मानसिक उत्पीड़न कर रहे थे। मुकदमें में से नाम निकालने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये की मांग की जा रही थी। एक अधिवक्ता भी लगातार फोन कर दबाव बना रहा था, इससे शिवानी तनाव में थी। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शिवानी के शव का गांव में ही अंतिम संस्कार करा दिया।
जांच में नहीं मिले युवती के खिलाफ साक्ष्य
एसपी देहात मुकेश चंद्र उत्तम ने बताया कि गांव से गायब हुई युवती के परिजनों ने युवक के अलावा शिवानी व एक अन्य युवती का नाम भी शक के तौर पर लिखवाया जरूर था, लेकिन पुलिस को जांच में उनके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला। इसकी वजह से ही दोनों युवतियों का नाम चार्जशीट में शामिल नहीं किया गया। युवती को कभी पुलिस चौकी या थाने पर पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया। परिजनों के आरोप बेबुनियाद है। हालांकि परिजनों के आरोपों की सीओ इगलास राजीव द्विवेदी जांच कर रहे हैं। परिजनों ने कोई भी लिखित शिकायत नहीं की है। यदि आरोपों की कहीं भी सत्यता मिलती है तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।