सहरसा। महिषी थानाक्षेत्र के ऐना गांव के एक खेत से बरामद जख्मी युवती के इलाज के दौरान मौत हो गई थी, वह कोई हत्या नहीं बल्कि ऑनर किलिंग साबित हुई है। घटना के बाद से ही ऑनर किलिंग की चर्चा शुरू हो गई थी, लेकिन न तो परिजन और न ही पुलिस कुछ बोलने को तैयार थी। इस कारण घटना को लेकर लोगों के बीच चर्चा दबी जुबान से ही सही, लेकिन काफी तेज हो रही थी। जानकारी के अनुसार, मृतका अपने बहनोई के साथ रहना चाहती थी। एक महीने से साथ रह भी चुकी थी, जिसके बाद उसे परिजनों ने नानी के गांव ऐना में मामा-मामी के पास छोड़ दिया था। यहीं पर मौका मिलते ही उसका गला रेत कर खेत में पुआल के ढेर में छिपा दिया था। पुलिस ने मामले में माता-पिता और नानी सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने बताया कि मृतका अपनी नानी के साथ मुरली चौक पर माता-पिता से मिली थी। उसके बाद वह लोग आरापट्टी गए। इसी बीच युवती के पिता ने बलुआहा चौक पर एक चाकू खरीदा। आरापट्टी से नानी के गांव ऐना आने के दौरान युवती भागने लगी तो सभी ने मिलकर पकड़ लिया, फिर चाकू से गला रेतकर भाग गए। गिरफ्तार आरोपियों और नाबालिग से पुलिस द्वारा पूछताछ की गई तो सभी ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की। पूछताछ में उन लोगों ने बताया कि मृतका अपनी बड़ी बहन के पति के साथ रहना चाहती थी और एक महीने साथ रह भी चुकी थी। मृतका के परिजन उसकी शादी कहीं और करवाना चाहते थे। मृतका द्वारा कहीं और शादी करने की बात से इनकार किया गया। इसी आक्रोश में आकर उन सभी (आरोपियों) ने इस घटना को अंजाम दे दिया।
महिषी थाना पुलिस ने महज 72 घंटों में हत्याकांड का खुलासा कर घटना में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि बीते सात दिसंबर को महिषी थानाध्यक्ष को क्षेत्र अंतर्गत ऐना कृष्णा नगर श्मशान के पास खेत में जख्मी हालत में एक युवती के होने की सूचना मिली थी। सूचना पर स्थानीय थाना पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की। जांच के बाद जख्मी युवती की पहचान नवहट्टा थानाक्षेत्र के मोहनपुर वार्ड-9 निवासी बूचन शर्मा की बेटी ललिता कुमारी उर्फ फोकसी के रूप में हुई।
पुलिस ने आगे बताया कि घटनास्थल पर स्थानीय पुलिस द्वारा सबूत जुटाने के लिए एफएसएल की टीम को बुलाया गया था। पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार इस घटना को गंभीरता से लेते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर के नेतृत्व एक एसआईटी का गठन किया गया। गठित एसआईटी टीम द्वारा इस घटना में शामिल आरोपी मृतका के पिता बूचन शर्मा, माता उर्मिला देवी उर्फ भावो देवी, ऐना निवासी अलोघनी देवी को गिरफ्तार किया गया और एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया।
जख्मी युवती को महिषी थाना पुलिस द्वारा इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ केंद्र महिषी में भर्ती कराया गया। जहां से बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल सहरसा रेफर किया गया। जख्मी युवती की गंभीर हालत को देखते हुए सदर अस्पताल सहरसा से बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज दरभंगा रेफर किया गया। इलाज के दौरान जख्मी युवती की मृत्यु हो गई। घटना को लेकर मृतका के पिता बूचन शर्मा ने महिषी थाने में एक लिखित आवेदन बीते आठ दिसंबर को दिया था। उसके आधार पर महिषी थाने में भारतीय न्याय संहिता के सुसंगत धाराओं के तहत कांड संख्या-364/24 दर्ज किया गया।
आवेदन में उन्होंने कहा था कि बीते एक महीने पहले मेरी बेटी मेरे बड़े दामाद के साथ सौर बाजार थानाक्षेत्र के चिकनी बरसम गई थी। सात दिसंबर को पता चला कि मेरी बेटी को महिषी थानाक्षेत्र के ऐना गांव में मारकर एक झाड़ी में फेंक दिया था। फिर पता चला कि मेरी बेटी को इलाज कराने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा दरभंगा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है। जब हम लोग डीएमसीएच पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उन्होंने अपने स्तर से मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की थी।