बलूचिस्तान के डेरा बुगती जिले में हुए दोहरे बम धमाकों में चार लोगों की मौत और कई घायल
पाकिस्तान का अशांत बलूचिस्तान प्रांत एक बार फिर धमाकों की आवाज से हिल गया है। दक्षिण-पश्चिम पाकिस्तान में स्थित बलूचिस्तान प्रांत में शुक्रवार को सड़क किनारे हुए बम विस्फोट में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और 10 घायल हो गए। पुलिस और एक सांसद ने विस्फोट की जानकारी दी। धमाका उस वक्त हुआ जब पीड़ित डेरा बुगती जिले के मट इलाके में एक वाहन में सवार होकर गुजर रहे थे. पुलिस ने कहा कि विस्फोट में कम से कम चार लोग मारे गए और 10 घायल हो गए।
इसी इलाके से ताल्लुक रखने वाले सांसद सरफराज बुगती ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि विस्फोट में उनके एक चचेरे भाई की भी मौत हो गई. उन्होंने यह भी कहा कि विस्फोट के पीछे प्रतिबंधित बलूच रिपब्लिकन आर्मी (बीएलए) का हाथ है। ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक संक्षिप्त बयान में, बुगती ने कहा, “पाकिस्तान की प्रांतीय और संघीय सरकारें निर्दोष लोगों की रक्षा करने में विफल हो रही हैं। ऐसी स्थिति लोगों को अपने दम पर कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करेगी। बलूचिस्तान में सरकार के आदेश को लागू करने की आवश्यकता है। .
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री मीर अब्दुल कुद्दुस बिजेंजो ने कहा कि दुश्मनों ने एक बार फिर प्रांत में शांति भंग करने के लिए आतंकवाद का कायराना कृत्य किया है। बिजेंजो ने कहा, आतंकियों को सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. यह धमाका ऐसे समय में हुआ है जब एक दिन पहले प्रांत के केच इलाके में एक चौकी पर हुए हमले में 10 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। आतंकियों ने बलूचिस्तान में स्थित एक सुरक्षा चौकी पर हमला किया था। इसके बाद जवानों और हमलावरों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें 10 जवान शहीद हो गए।
बलूचिस्तान में लंबे समय से विद्रोह चल रहा है। इस वजह से कई अलगाववादी समूह प्रांत में मुख्य रूप से सैनिकों और पुलिस पर हमले करते रहे हैं। प्रांत के अलगाववादी इस्लामाबाद में केंद्र सरकार से आजादी की मांग करते रहे हैं। हालांकि पाकिस्तान सरकार का कहना है कि उसने चरमपंथ को खत्म कर दिया है. लेकिन इसके बाद भी बलूचिस्तान में हिंसा जारी है। उधर, पाकिस्तान की सेना पर यहां के लोगों पर अत्याचार के आरोप लगते रहे हैं. उन पर आरोप हैं कि उनकी निगरानी में यहां मानवाधिकारों का हनन हो रहा है.