पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल के निधन के बाद केंद्र सरकार ने दो दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। प्रकाश सिंह बादल ने एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। वयोवृद्ध नेता 95 साल के थे। पिछले कई दिनों से बादल मोहली, पंजाब के निजी अस्पताल में भर्ती थे। प्रकाश सिंह बादल पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे।
कुछ दिन पहले तबीयत खराब होने के चलते प्रकाश सिंह बादल को फोर्टिस अस्पताल में दाखिल करवाया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था। 95 वर्षीय बादल को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद एक सप्ताह पहले मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बादल पिछले साल जनवरी में कोरोना संक्रमित हो गए थे तब उन्हें लुधियाना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जारी हुआ मेडिकल बुलेटिन
मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को 16 अप्रैल को ब्रोन्कियल अस्थमा की गंभीर बीमारी के साथ फोर्टिस अस्पताल मोहाली में भर्ती कराया गया था। 18 अप्रैल को उनकी सांस की स्थिति बिगड़ने के कारण उन्हें आईसीयू में ट्रांसफर किया। वह चिकित्सा प्रबंधन के साथ-साथ एनआईवी (NIV) और एचएफएनसी (HFNC) सपोर्ट पर थे। मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, उचित चिकित्सा प्रबंधन के बावजूद प्रकाश सिंह बादल ने बीमारी के कारण दम तोड़ दिया।
प्रकाश सिंह बादल का जन्म आठ दिसंबर 1927 को पंजाब के गांव अबुल खुराना के जाट सिख परिवार में हुआ था। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल उनके बेटे हैं।
अमित शाह और राजनाथ सिंह ने जाना था हाल
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को फोन करके उनके पिता एवं पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का हालचाल पूछा था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सुखबीर बादल को फोन कर उनका हालचाल जाना था। केंद्रीय गृह मंत्री ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी।