चमोली: उत्तराखंड में मॉनसून की रफ्तार कम होते ही पर्यटकों ने चारधाम का रूख करने शुरू कर दिया है. बड़ी संख्या में पर्यटक बदरीनाथ और श्री हेमकुंड साहिब जा रहे हैं. शनिवार को चमोली जिले में बदरीनाथ-ऋषिकेश हाईवे पर लंबा जाम लग गया था, जिससे यात्रियों को दो चार होना पड़ा.
दरअसल, उत्तराखंड में बीते महीने जमकर बारिश हुई थी, जिससे प्रदेश में आपदा जैसे हालत बन गए थे. बारिश के दौरान चमोली जिले में कई जगहों पर सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा था. वहीं, बदरीनाथ हाईवे जोशीमठ से सेलंग तक आल वैदर सड़क निर्माण कार्य चल रहा है, ऐसे में सड़कों के किनारे मलबे के बड़े बड़े ढेर लगे हुए है. यहां पर रास्ता काफी सकरा हो गया है, जिससे बार-बार जाम लग रहा है, जिससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ तीर्थयात्रियों को काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. शनिवार को भी यहां ऐसा ही नजारा देखने को मिला.
बता दें कि हेलंग से जोशीमठ तक पिछले एक साल से चौड़ीकरण कार्य चल रहा है, जिससे हाईवे जगह जगह जीर्णशीर्ण स्थिति में है. शनिवार दोपहर करीब ढाई बजे जोशीमठ से सेलाग तक करीब 5 किलोमीटर का जाम लग गया था, जो शाम को सात बजे बाद भी नहीं खुल पाया है. जाम में छोटे छोटे बच्चो के साथ फंसे तीर्थयात्रियों को ख़ासी दिक़्क़तो का सामना करना पड़ रहा हैं.
जाम लगने के बाद से ही जोशीमठ थाने से पहुंची पुलिस जाम को खुलवाने का प्रयास कर रही है, लेकिन सड़क संकरी होने के चलते वाहन धीरे धीरे आगे बढ़ रहे हैं और कई स्थानों पर सड़क सिंगल लाइन होने के कारण वाहन फंस जा रहे हैं. दोपहर बाद से ही सेलंग से जोशीमठ तक वाहनों की करीब पांच किमी लंबी लाइन लगी हुई है. इस स्थान पर यात्रा पर आये यदि दो बड़े वाहन आमने सामने आ गये तो जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है.
पुलिस के काफ़ी प्रयासों बाद शाम पांच बजे से वाहनों को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया जा रहा है, लेकिन जिन स्थानों पर हाईवे संकरा है, वहां वाहन आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं. वाहनों की लंबी लाइन लगी होने से शाम सात बजे तक भी जाम खुल नहीं पाया था. जाम की स्थति को देखते हुए पुलिस ने आने जाने वाले वाहनों को पीपलकोटी और जोशीमठ में ही रोका गया हैं.