महिला टीचर ने छात्र को फेंक कर मारा लोहे का स्केल, आंख कटी; दिल्ली AIIMS में कराई गई सर्जरी
नई दिल्ली। मोहन गार्डन थाना इलाके के एक स्कूल में अध्यापक ने लोहे का स्केल (फुट्टा) फेंककर मारा, जो छह वर्षीय छात्र की आंख में लगा। जोर से लगने के कारण बच्चे की आंख से पानी निकलने लगा। बच्चे की मां उसे एक निजी अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टर ने आंख कटे होने की बात कही और आंख का ऑपरेशन करने को कहा। बच्चों के स्वजन पर ऑपरेशन करवाने के पैसे नहीं थे। इस वजह से डॉक्टर ने बच्चे को एम्स अस्पताल में रेफर कर दिया।
यहां पर बच्चे की आंख का ऑपरेशन किया गया। अब भी उसका इलाज चल रहा है। मंगलवार को बच्चे को फिर से एम्स ले जाया जाएगा। बच्चे की पहचान विपिन गार्डन के अक्षांश कुमार वर्मा के रूप में हुई है। मोहन गार्डन थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में विपिन गार्डन की अनुराधा कुमारी वर्मा ने बताया कि वह मूल रूप से बिहार के दरभंगा के विद्यापति चौक के पास की रहने वाली हैं। उनका बेटा अक्षांश कुमार वर्मा भगवती गार्डन के गुड लक पब्लिक स्कूल में यूकेजी कक्षा में पढ़ता है।
उनके बेटे की बायीं आंख से पानी आ रहा था। इसलिए वह 19 जनवरी को बच्चे को लेकर निजी अस्पताल गईं। इस दौरान डॉक्टर ने उसकी आंख का ऑपरेशन करने को कहा। इसके बाद वह बच्चे को लेकर एम्स अस्पताल में चली गई। एम्स में बच्चे की आंख की सर्जरी करवाई, बच्चे का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
अनुराधा ने बताया कि जब उन्होंने अक्षांश से पूछा तो बताया कि 17 जनवरी को कक्षा में अध्यापक मीनाक्षी रावत ने लोहे का स्केल फेंककर मारा। इससे उसकी आंख में चोट लगी, जब अनुराधा इस बारे में और जानने के लिए स्कूल गई तो अक्षांश की कक्षा के बच्चों ने भी उन्हें यही बताया कि मीनाक्षी मैम ने स्केल फेंककर मारा था। इस वजह से आंख में चोट लगी। इस वजह से उसे देखने में दिक्कत हो रही है।
इस बारे में पुलिस अधिकारी का कहना है कि फिलहाल मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। अध्यापक का कहना है कि वह बच्चों को चुप करवा रही थी, इसी दौरान स्केल हाथ से छूट गया व बच्चे को लग गया। मोहन गार्डन थाना पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।