जहरीली शराब से मौत: शराब बनती और बिकती है पर दिखती नहीं, हिमाचल के इस जिले में हर तीसरे घर में भट्ठी
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सुंदरनगर के सलापड़ और कांगू में नकली व जहरीली शराब का सेवन करने वाले दो और लोगों की गुरुवार को मौत हो गई। मरने वालों का आंकड़ा सात तक पहुंच गया है। गुरुवार को चार और लोगों की तबीयत बिगड़ गई। अब तक जहरीली शराब पीकर तबीयत बिगड़ने के 14 मामले आ चुके हैं। पुलिस ने पूर्व प्रधान समेत चार लोगों को भी गिरफ्तार किया है।गुरुवार को शराब का सेवन करने वाले सीता राम पुत्र बंगालू राम निवासी खनयोड, सुंदरनगर और भगत राम पुत्र गोकुल राम निवासी गांव मालथानी, सुंदरनगर की मौत हो गई। सीता राम ने घर में दम तोड़ा है। वहीं, भगत राम की वीरवार तड़के नेरचौक मेडिकल कॉलेज में मौत हुई है। एक अन्य भर्ती व्यक्ति गणपत को नेरचौक मेडिकल कॉलेज से आईजीएमसी और वहां से अब पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया है। नेरचौक में छह लोग भर्ती हैं।
उधर, सूत्रों के अनुसार जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद पोस्टमार्टम और बिसरा जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट में शराब में मिथाइल अल्कोहल होने की बात सामने आई है। आरोपियों पर शिकंजा कसने में यह अहम साक्ष्य हो सकता है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं कर रहा है। बता दें कि कच्ची शराब तैयार करने वाले मिथाइल अल्कोहल, इथाइल अल्कोहल और यूरिया के अलावा तेज नशे के लिए क्लोरल हाइड्रेड का इस्तेमाल भी करते हैं, जिससे नशे की तीव्रता को बढ़ाया जा सके। अब मृतकों के विसरा परीक्षण की जांच तीन चरणों में होगी। इसमें वैज्ञानिक पता लगाएंगे कि जहरीली शराब तैयार करने में कौन-कौन से केमिकल मिलाए गए हैं।
पुलिस ने सलापड़ पंचायत के पूर्व प्रधान जगदीश चंद, वर्तमान पंचायत प्रधान के ससुर अच्छर सिंह पुत्र बहादुर सिंह समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। मलोह पंचायत के छज्वार गांव से गिरफ्तार तीसरे आरोपी सोहन लाल उर्फ रवि से पुलिस ने संतरा ब्रांड की नकली शराब की 12 बोतल बरामद की हैं। चौथा आरोपी प्रदीप कुमार उर्फ दीप सलापड़ पंचायत के सरोह गांव का रहने वाला हैं। चारों करीब एक साल से देसी व अंग्रेजी शराब अवैध रूप से दुकानों और घरों में सप्लाई करते थे। एसपी मंडी, शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि पुलिस ने चारों को देर शाम सुंदरनगर की अदालत में पेश किया, जहां से चार दिन की पुलिस रिमांड मिली है।
एनआईए में रहे अरविंद एसआईटी में शामिल
नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (एनआईए) में सेवाएं दे चुके एसपी अरविंद दिग्विजय नेगी को भी डीआईजी मंडी रेंज मधू सूदन की अध्यक्षता में गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी) में शामिल किया गया। नेगी के अलावा इस टीम में एसपी कांगड़ा खुशाल चंद शर्मा, एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री और राज्य अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) के एसपी अपराध वरिंद्र कालिया भी शामिल हैं। टीम ने वीरवार को घटना से संबंधित सभी पहलुओं पर चर्चा की। देखा जा रहा है कि कहीं असली की जगह नकली शराब की तो सप्लाई नहीं की गई।
संतरा ब्रांड के लेवल से छेड़छाड़, फूड्स की जगह लिखा फूलस
चंद पैसों के लालच में शराब माफिया ने हिमाचल प्रदेश में बनने वाली संतरा ब्रांड शराब के लेवल से छेड़छाड़ कर नकली शराब तैयार करके लोगों को परोस दी। यह सब पुलिस और आबकारी विभाग के नाक तले चलता रहा। अब शराब माफिया को राजनीतिक संरक्षण की बात भी सामने आ रही है। बुधवार और वीरवार को पुलिस ने जो शराब की बोतलें बरामद की हैं, उनमें संतरा ब्रांड के दो लेवल वाली शराब पुलिस के हाथ लगी है। एक में कंपनी के नाम के साथ फूड्स तो दूसरी में फूलस लिखा है।