मुख्यमंत्री योगी ने हादसे में मृतकों के परिवार को दी बड़ी राहत, 5 लाख के आर्थिक मदद की घोषणा
नेपाल विमान हादसे में मरने वाले यूपी के चारों युवकों के आश्रितों को प्रदेश सरकार पांच-पांच लाख आर्थिक सहायता देगी। सरकार पीड़ित परिजनों को पात्रतानुसार योजनाओं का लाभ भी पहुंचाएगी। इसके अलावा नेपाल से शव गाजीपुर तक लाने का खर्च भी प्रदेश सरकार वहन करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार शाम विमान हादसे के मृतकों के लिए शासन की ओर से मुआवजा राशि की घोषणा की। डीएम गाजीपुर आर्यका अखौरी ने सीएम कार्यालय से मिली सूचना की पुष्टि की और जल्द ही राशि मुहैया कराने की बात कही।
रविवार को यति एयरलाइंस का 72 सीटर प्लेन काठमांडू से 205 किमी दूर पोखरा में क्रैश हो गया। लैंडिंग से महज 10 सेकेंड पहले विमान पहाड़ी से टकरा गया, जिसके बाद प्लेन में आग लग गई और वह खाई में गिर गया। इस दर्दनाक हादसे में गाजीपुर के चार दोस्तों समेत 70 लोगों की जान चली गई थी। इसमें अभिषेक कुशवाहा पुत्र चन्द्रमा कुशवाहा उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम धरवॉ तहसील कासिमाबाद, सोनू जायसवाल पुत्र राजेन्द्र जायसवाल उम्र-32 वर्ष निवासी ग्राम चकजैनब तहसील कासिमाबाद, विशाल शर्मा पुत्र संतोष शर्मा उम्र-27 वर्ष निवासी ग्राम अलावलपुर अफगां तहसील कासिमाबाद एंव अनिल कुमार राजभर पुत्र रामदरस राजभर उम्र-25 वर्ष निवासी चकदरिया (चकजैनब) तहसील कासिमाबाद गाजीपुर शामिल थे।
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि मृतकों की डेड बॉडी जनपद में ले आने तक का सारा खर्च उत्तर प्रदेश शासन के द्वारा वहन किया जाएगा। इसके साथ ही प्रत्येक मृतक के परिजनों को 05-05 लाख की आर्थिक सहायता धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
काठमांडू पहुंचे परिजन, आज होगी डीएनए जांच
नेपाल के पोखरा विमान हादसे में मरने वाले गाजीपुर के चार युवकों का शव लेने के लिए उनके परिजन ग्राम प्रधान के साथ मंगलवार शाम काठमांडू पहुंच गए हैं। सभी परिजनों का डीएनए सैंपल बुधवार को लिया जाएगा।
नेपाल के पोखरा में रविवार को हुए विमान हादसे में गाजीपुर के बरेसर अलावलपुर निवासी सोनू जायसवाल, अभिषेक कुशवाह, अनिल कुमार राजभर और विशाल शर्मा की मौत हो गई थी। शव लाने के लिए मृतक सोनू के पिता राजेंद्र जायसवाल, अनिल के पिता रामदरश राजभर, विशाल का भाई विश्वजीत शर्मा और अभिषेक के बड़े भाई अभिनेष कुशवाहा और चकजैनब के ग्राम प्रधान विजय जायसवाल सोमवार को नेपाल के लिए रवाना हो गए थे।
बताया जा रहा है कि परिजनों को सोमवार रात में भारत-नेपाल सीमा पर रुकना पड़ा था। 13 घंटे तक सीमा पर इंतजार के बाद मंगलवार सुबह सभी को नेपाल में प्रवेश मिला। ग्रामसभा चकजैनब के प्रधान विजय जायसवाल ने बताया कि मंगलवार सुबह अंतराष्ट्रीय सीमा खुलने के बाद सड़क मार्ग से काठमांडू के लिए रवाना हुए थे।
मंगलवार शाम को सभी लोग काठमांडू पहुंच गए। उन्होंने बताया कि अब स्थानीय अधिकारियों के साथ चारों युवकों के परिजनों को बुधवार को हास्पिटल जाना है। सभी का डीएनए सैंपल लिया जाएगा। डीएनए जांच के बाद चारों युवकों को शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि परिजनों की मौजूदगी में शवों का पोस्टमार्टम और डीएनए जांच बुधवार को होगी।
रातभर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रहे परिजन
ग्राम प्रधान के साथ चारों युवकों के परिजन सोमवार को तीन कारों से नेपाल के लिए रवाना हुए थे। सोमवार देर रात चारों नेपाल सीमा पर पहुंचे गए थे। अंतरराष्ट्रीय सीमा बंद होने के कारण पांचों को रातभर वहीं रुकना पड़ा। मंगलवार सुबह 9:30 बजे बार्डर खुलने पर परिवार के लोग काठमांडू के लिए रवाना हो गए।
अनिल-सोनू बचपन के दोस्त, हमेशा साथ रहे
सोनू के पिता रविंद्र जायसवाल ने बताया, ‘सोनू और अनिल बचपन के दोस्त थे। अनिल के घर की आर्थिक स्थिति कमजोर है, इसलिए सोनू उसको अपने साथ ही रखता था। दोनों हर जगह साथ ही जाते थे। अनिल हम लोगों की बहुत इज्जत करता था। हर सुख-दुख में साथ खड़ा रहता था। सोनू ने बेटा होने के लिए तिरुपति बालाजी से मन्नत मांगी थी। उसकी मन्नत जब पूरी हुई तो वो परिवार के साथ तिरुपति बालाजी गया था। तब अनिल भी उनके साथ गया था। वहां पर सोनू और अनिल ने भी अपने बाल मुंडवाए थे।
पहली बार प्लेन में बैठा था विशाल
विशाल के परिवार के लोगों का कहना है, विशाल पहली बार प्लेन में बैठा था और उसके साथ ये हादसा हो गया। वह घर का सबसे छोटा और सबसे लाडला था। जब से नौकरी शुरू की थी तब से घर संभाल रहा था। अभिषेक, अनिल, विशाल और सोनू की बचपन की दोस्ती थी। इनके ग्रुप के एक और दोस्त जिसका नाम भी विशाल है। उसने बताया, ‘हम सभी पांच किलोमीटर की रेंज में रहते हैं। सभी एक दूसरे को बचपन से जानते हैं। हम सभी एक साथ घूमने जाया करते थे। कभी वाराणसी तो कभी लखनऊ। प्रदेश के बाहर भी साल दो साल में चक्कर लगा लिया करते थे।
परिवार वालों से मिले मंत्री रविंद्र जासवाल, जताया शोक
उप्र सरकार के मंत्री रविंद्र जायसवाल मंगलवार शाम कासिमाबाद के अलावलपुर गांव पहुंचे। नेपाल विमान हादसे में जान गंवाने वाले युवकों के घर पहुंचकर मंत्री ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की। चकजैनब गांव के निवासी सोनू जायसवाल, धरवा निवासी अभिषेक कुशवाहा, चरदरिया निवासी अनिल राजभर और अलावलपुर निवासी विशाल शर्मा के परिजनों को ढांढस बंधाया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। जिला प्रशासन से मृतकों के पीड़ित परिजनों को जल्द से जल्द आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए सीएम राहत कोष के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजने की बात भी कही।