प्रेम संबंध में रोड़ा बना भाई, बहन के आशिक ने कर दी हत्या - न्यूज़ इंडिया 9
अपराधउत्तर प्रदेश

प्रेम संबंध में रोड़ा बना भाई, बहन के आशिक ने कर दी हत्या

राजा ने नाबालिग को एक लाख का लालच देकर कराई शाहरुख की हत्या

उत्तर प्रदेश।  मुरादाबाद के मझोला क्षेत्र में एक युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। वेल्डिंग का काम करने वाले शाहरुख की मौत के पीछे उसकी ही बहन का प्रेमी निकला। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है।

जयंतीपुर मीनानगर में हुई शाहरुख (22) की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। जांच में सामने आया कि उसकी बहन के प्रेमी गुलवेज उर्फ राजा ने इस वारदात को अंजाम दिया। राजा ने हत्या की साजिश रचते हुए एक किशोर को साथ मिलाया और एक लाख रुपये का प्रलोभन दिया।

एसपी सिटी रणविजय सिंह के अनुसार, बृहस्पतिवार की सुबह शाहरुख का शव दुकान के बाहर चबूतरे पर पड़ा मिला था। उसके सिर में गोली मारी गई थी। शुरुआती जांच में चार स्थानीय लोगों पर शक जताया गया, लेकिन साक्ष्य कुछ और ही कहानी बयान कर रहे थे।

पुलिस ने जब कॉल रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो उसमें राजा की गतिविधियाँ संदिग्ध पाई गईं। इसके आधार पर कटघर क्षेत्र के इस्लाम नगर निवासी राजा और उसके 16 वर्षीय साथी को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में राजा ने खुलासा किया कि वह शाहरुख की बहन फातिमा से दो साल से प्रेम संबंध में था और शाहरुख उनके रास्ते की रुकावट बन गया था।

करीब पंद्रह दिन पहले राजा ने किशोर को हत्या के लिए तैयार किया और तय रात को जब शाहरुख अकेला दुकान पर बैठा था, तब उस पर हमला करवा दिया गया। गोली मारने के बाद दोनों आरोपी फरार हो गए थे। पुलिस ने इनके कब्जे से हथियार भी बरामद कर लिया है।

राजा ने यह भी बताया कि नाबालिग के पिता और शाहरुख के बीच झगड़ा हुआ था, जिसमें शाहरुख ने उसे अपमानित किया था। इस घटना का बदला लेने के लिए किशोर भी हत्या में शामिल होने को राजी हो गया।

मामले में फातिमा की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। पुलिस को मिले कॉल रिकॉर्ड से पता चला है कि वारदात से पहले और बाद में फातिमा और राजा के बीच बातचीत हुई थी। पुलिस इस पहलू की भी गंभीरता से जांच कर रही है।

इस बीच, जिन चार लोगों को शुरू में हत्या के आरोप में पकड़ा गया था, उन्हें जांच में निर्दोष पाया गया। यदि समय रहते सच्चाई सामने न आती, तो चार बेगुनाह लोग जेल की सलाखों के पीछे पहुंच जाते।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button