दारोगा के बेटे की हत्या में धुंधली फुटेज ने उलझाया, महाेबा कारोबारी के बेटे समेत 20 से कर रही पूछताछ
कानपुर में बर्रा के न्यू श्याम बिहार कॉलोनी निवासी दरोगा राकेश कुमार के बेटे ऋषभ उर्फ रोमी (22) की हत्या के मामले में पुलिस हत्यारों के करीब पहुंच गई है। कॉल डिटेल में शक के घेरे में आए तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
दो संदिग्धों ने मोबाइल पर ऋषभ से बात की थी, जबकि एक ऋषभ की ओर से दी गई पार्टी में शामिल हुआ था। हालांकि मामले की जांच में लगी पांचों टीमें अभी हत्या की असल वजह नहीं पता कर पाई हैं। हत्यारों ने गुरुवार को ऋषभ का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी थी।
शव सचेंडी के किसान नगर में मिला था। पोस्टमार्टम में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई थी। दरोगा ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण, हत्या, और शव छिपाने की धारा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। डीसीपी साउथ/ट्रैफिक संकल्प शर्मा ने हत्या के खुलासे के लिए सर्विलांस के साथ पुलिस की पांच टीमें लगाई हैं।
जिन तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, उनमें दो कॉल डिटेल में फंसे हैं, जबकि तीसरा शख्स चार अप्रैल को ऋषभ द्वारा दी गई पार्टी में शामिल था। दो टीमें महोबा और आसपास के जिलों में दबिश दे रही हैं। एक टीम टीम नौबस्ता चौराहे से शव फेंके जाने वाले स्थान तक के सीसीटीवी कैमरे खंगालने में लगी है। चौथी टीम कॉलेज के दोस्तों से बात कर यह पता करने में जुटी है कि कहीं रोमी की किसी से रंजिश तो नहीं थी।
दो दिन में नहीं हुआ खुलासा तो धरने पर बैठेंगे दरोगा
दरोगा राकेश कुमार का कहना है कि हत्यारों का सुराग लगाना तो दूर पुलिस अब तक हत्या की असल वजह तक नहीं पहुंच पाई है। बर्रा थाने के दरोगा पंकज मिश्रा से जब उन्होंने अपडेट मांगा तो उन्होंने कैमरे खंगालने की बात कही। दरोगा ने कहा कि दो दिन में हत्या का खुलासा नहीं हुआ तो वे पूरे परिवार संग धरने पर बैठ सीबीआई जांच की मांग करेंगे।
खुद भी हत्यारों के तलाश में जुटे
दरोगा राकेश खुद भी बेटे के हत्यारों की तलाश में जुटे हैं। उनका कहना है कि वह अपने नेटवर्क के जरिये यह पता लगाने में जुटे हैं कि हत्या की असल वजह क्या है। उनके बेटे की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी।