यूपी: मशाल जुलूस निकाल रहे भाजपा नेताओं को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, बात करने पहुंचे एसपी ग्रामीण और सीओ से हुई धक्का-मुक्की
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के विरोध में उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में मशाल जुलूस निकाल रहे भाजपा कार्यकर्ताओं और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया. पुलिस पर बीजेपी कार्यकर्ताओं की पिटाई करने का आरोप है. इसके बाद कार्यकर्ता भड़क गए और कोतवाली गेट पर धरने पर बैठ गए और पार्टी के बड़े नेता वहां पहुंच गए. बताया जा रहा है कि भाजपा कार्यकर्ता आरोपी पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की मांग पर अड़े हुए हैं और बातचीत करने पहुंचे एसपी ग्रामीण संजीव वाजपेयी व सीओ के बीच तीखी नोकझोंक हुई.
दरअसल, प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के विरोध में बीजेपी समेत कई संगठनों ने पंजाब में मशाल जुलूस निकाला था और वह इसका विरोध कर रहे थे. वहीं बीजेपी कार्यकर्ता भारत माता की जय और पंजाब के सीएम को बर्खास्त करने के नारे लगा रहे थे. भाजपा नेता निखिल चौधरी और हिंदू युवा वाहिनी जिला उपाध्यक्ष सिद्धार्थ गुप्ता का आरोप है कि जुलूस के दौरान कोतवाल रवींद्र सिंह भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया और भाजपा कार्यकर्ताओं और प्रदर्शन कर रहे लोगों को भगा दिया. पराजित। इसके बाद कोतवाल कार्यालय में सभी से बातचीत हुई और इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उन्हें फिर से पीटना शुरू कर दिया. इस मामले में भाजपा के नगर अध्यक्ष राजीव राठौर का आरोप है कि कार्यकर्ताओं को पकड़ा गया, घसीटा गया और पीटा गया.
वहीं, भाजपा कार्यकर्ताओं और प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने के गेट पर धरना शुरू कर दिया. सीओ अरविंद मजदूरों को समझाने लगे तो इस दौरान सीओ से निखिल चौधरी की बहस हो गई. इसके बाद रात में जब एसपी गांव पहुंचे तो उनके साथ हाथापाई हो गयी. वहीं कोतवाल का कहना है कि लाठीचार्ज नहीं किया गया था.
दरअसल पंजाब के बडिंडा में पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर सियासत शुरू हो गई है. देशभर में बीजेपी कार्यकर्ता कांग्रेस और पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर अपना विरोध जता रहे हैं. इसलिए शाहजहांपुर में भी भाजपा कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन कर रहे थे।