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उत्तराखंड में कांग्रेस को बड़ा झटका, हार के बाद राष्ट्रीय सचिव और सह-प्रभारी ने पद से दिया इस्तीफा

देहरादून। उत्‍तराखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार के बाद अब इस्‍तीफे देने का दौर शुरू हो चुका है।

इस क्रम में प्रदेश की सह प्रभारी दीपिका पांडेय सिंह ने उत्तराखंड चुनाव में हार की जिम्मेदारी स्वीकार कर इस्तीफा दे दिया है। उन्‍होंने सह प्रभारी के साथ ही राष्ट्रीय सचिव के पद से भी इस्तीफा दिया है। उन्होंने ट्वीट कर यह जानकारी दी है।

कांग्रेस को कई मोर्चों पर मार पड़ी

वहीं इससे पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश भी कह चुके हैं कि अगर हाईकमान कहेगा तो वह बेहिचक इस्‍तीफा देने को तैयार हैं। पांचवीं विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस को कई मोर्चों पर मार पड़ी। हार ऐसी मिली कि बहुमत से काफी पीछे 19 सीटों पर पार्टी को सिमटना पड़ा। साथ में उसके दिग्गज नेता भी चुनाव हार गए।

चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी हार गए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि प्रदेश संगठन के मुखिया होने के नाते वह चुनाव में असफल रहे हैं। हार की जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान कहेगा तो वह बेहिचक इस्तीफा देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि होली के बाद पार्टी के नेता हार के कारणों की समीक्षा में जुटेंगे।

कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता पहले ही हार की जिम्मेदारी ले चुके हैं। वह खुद को भी इसके लिए जिम्मेदार मानते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के लालकुआं सीट से हारने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लालकुआं सीट से रावत को लड़ाने की इच्छा सभी की थी। लिहाजा उनकी हार के लिए भी वह जिम्मेदार हैं।

भावुक हुए गोदियाल

इस दौरान श्रीनगर सीट से चुनाव में मिली हार का जिक्र करते हुए गोदियाल भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि जब वह 200 मतों से पीछे हुए तो उन्होंने मतगणना स्थल छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने मुंबई में केले की ठेली लगाकर उन्‍होंने 10वीं पास की।

वहां काम करते हुए एकत्र किए गए धन से उन्होंने राठ क्षेत्र में 25 साल पहले डिग्री कालेज बनवाया। मोदी मैजिक के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने कामकाज पर नहीं, मोदी को आगे कर चुनाव लड़ा।

भाजपा को मिली अच्छी सफलता पर बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदन में सार्थक विपक्ष की भूमिका निभाएगी। भ्रष्टाचार पर प्रहार करते हुए कांग्रेस जागरूक विपक्ष की भूमिका निभाएगी।

इस्तीफा देने को तैयार थे गोदियाल

पत्रकारों से बातचीत में गोदियाल ने इशारों में बहुत कुछ बयान भी किया। पार्टी को मिली हार का जिक्र करते हुए उन्होंने इशारों में कहा कि वह इस्तीफा देने को तैयार थे, लेकिन पार्टी नेताओं ने ऐसा करने से मना कर दिया।

चार कार्यकारी अध्यक्ष में दो हारे और दो जीते

चुनाव में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता हार गए। प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के साथ ही दो कार्यकारी अध्यक्ष प्रो जीतराम और रणजीत रावत भी हारने वालों में शामिल हैं। चुनाव से करीब छह महीने पहले बीते वर्ष जुलाई माह में गोदियाल प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए। उनके साथ ही चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए।

चुनाव में कार्यकारी अध्यक्ष प्रो जीतराम थराली सीट और रणजीत रावत सल्ट सीट से चुनाव हार गए। वहीं अन्य कार्यकारी अध्यक्षों में भुवन कापड़ी ने खटीमा सीट से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर जीत दर्ज की। कार्यकारी अध्यक्ष तिलकराज बेहड़ किच्छा सीट से चुनाव जीतने में सफल रहे हैं।

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