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हैदराबाद व आजमगढ़ से आए दो कुख्यात साइबर ठगों की अलीगढ़ अदालत में पेशी

जिले में साइबर रेंज थाना पुलिस ने दो अंतरराष्ट्रीय साइबर शातिरों का 14-14 दिन का कस्टडी रिमांड हासिल की है। शातिरों ने अलीगढ़ के भी कई लोगों को अपनी साइबर ठगी का शिकार बनाया था। अब पुलिस इनसे कड़ी पूछताछ करेगी।

साइबर रेंज थाने के प्रभारी निरीक्षक सुरेंद्र कुमार ने बताया कि जामताड़ा केवाईसी अपडेट कराने के नाम पर साइबर ठगी करने वाले गैंग के सदस्य नितेश कुमार मंडल निवासी ग्राम अरवाटांड, टुंडी, जिला धनबाद, (झारखंड) को सेंट्रल जेल चंचलगुडा, हैदराबाद से व लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर साइबर ठगी करने वाले आंकिब रजा निवासी हित्मतपुरी, त्रिलोकपुरी थाना मयूर बिहार फेज-1, नई दिल्ली को जिला कारागार आजमगढ़ से तलब कराया गया है।

उन्होंने बताया कि दोनों के खिलाफ संबंधित जिलों में बी वारंट दाखिल कर इन्हें अलीगढ़ लाया गया है। सीजेएम कोर्ट में पेश कराने के साथ दोनों की 14-14 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की गई है। आरोपी नितेश मंडल पर विभिन्न राज्यों में साइबर ठगी से जुड़े 18 मुकदमों दर्ज हैं। शातिरों ने कई एनआरआई के साथ भी लाखों की ठगी की है।

उन्होंने बताया कि योगेश कुमार चतुर्वेदी निवासी शिवालिक गंगा रेजीडेंसी, क्वार्सी से मोबाइल कंपनी का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर 2,19,000 रुपये, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर अतर सिंह (सेक्शन इंजीनियर रेलवे मुरादाबाद) निवासी रेलवे स्टेशन कॉलोनी, सिविल लाइंस से 1,80,999 रुपये की ठगी की गई है। आरोपियों पर विभिन्न मुकदमों से जुड़ी विवेचना एवं तकनीकी सहायक टीम में प्रभारी निरीक्षक सुरेंद्र कुमार, एसआई समर पाल सिंह, महेश कुमार, आरक्षी धीरज त्यागी, अतुल कुमार आदि शामिल हैं।

अभी इन्हें पुलिस तलाश रही

साइबर ठगी करने में सलमान हैदर व तारिक निवासी ब्लॉक 35 त्रिलोकपुरी ईस्ट दिल्ली, संदीप गुप्ता व हिमांशु शेखर निवासी तृतीय तल सैक्टर 2 वैशाली, थाना कौशाम्बी, गाजियाबाद, अदनान अख्तर निवासी श्रीराम कॉलोनी राजीव नगर दिल्ली की भी पुलिस को तलाश है। गिरोह से जुड़े सभी सदस्य दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश एवं बिहार के कई जनपदों में जगह बदल-बदल कर एवं संगठित गिरोह के रूप में देश के कई राज्यों में साइबर ठगी को अंजाम दे रहे थे।

ये है ठगी का तरीका
साइबर शातिर बीएसएनएल की सिम की दस्तावेजों की वैधता समाप्त होने पर तुरंत दस्तावेज अपडेट कराने के लिए कॉल करते थे। कॉल करने पर बताए गए मोबाइल नम्बर पर 10 रुपये अदा कर ई केवाईसी कराने का झांसा देते थे। फिर बातों में उलझाकर मोबाइल पर क्विक सपोर्ट एप डाउनलोड कराकर खाते से संबंधित गोपनीय जानकारी पूछकर लोगों के बैंक खाते से रकम पार कर लेते थे। कभी एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कम्पनी का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करते थे।

– साइबर शातिर नितेश मंडल पर देशभर के 18 राज्यों में धोखाधड़ी से करोड़ों की ठगी करने का मुकदमे दर्ज हैं। शातिरों ने एनआरआई से लेकर सरकारी अधिकारी, कर्मचारी, उद्योगपतियों को भी अपनी नायब साइबर ठगी का शिकार बनाया है। शातिर साइबर ठगों को साइबर रेंज थाना पुलिस ने पूछताछ को रिमांड 14-14 दिन की रिमांड पर लिया गया है।
– दीपक कुमार, डीआईजी अलीगढ़ रेंज

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