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UP: फिर मुश्किल में अंसारी परिवार, मुख्तार की पत्नी-बेटे समेत 6 पर FIR; 11 साल पुराना है मामला

गाजीपुर। माफिया मुख्तार अंसारी, उसके रिश्तेदारों और करीबियों की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। व्यापारी नेता अबु फखर खां ने दस वर्ष बाद मुख्तार अंसारी, उसकी पत्नी अफ्शा अंसारी, विधायक बेटा अब्बास अंसारी, दोनों साले आतिफ रजा व अनवर शहजाद एवं अफरोज के खिलाफ जबरदस्ती बैनामे करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है।

वहीं, दूसरा मुकदमा मुहम्मदाबाद नपा के ईओ वीरेंद्र कुमार राव ने अभिलेख में फर्जीवाड़ा कर सरकारी भूमि पर कब्जा करने के मामले में मुख्तार की बहन व उसके करीबी और तत्कालीन चेयरमैन शमीम अहमद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

दस साल पुराना मामला

नगर निवासी व्यापारी नेता अबु फखर की रौजा पर जमीन थी। आरोप है कि वर्ष 2012 में लखनऊ जेल में बंद मुख्तार अंसारी ने व्यापारी नेता को बुलाया और रौजा होमियोपैथिक कालेज के समीप की जमीन अपने पुत्र अब्बास के नाम करने की धमकी दी। विदेश में रहने वाले भाई अबु कदर के हिस्से की जमीन भी देने के लिए कहा। इसके बाद मुख्तार के दोनों साले जबरन अबु फखर को अब्बास के घर ले गए, जहां असलहा सटा कर धमकाया गया।

जबरन अपने नाम करा ली जमीन

25 अप्रैल 2012 को रजिस्ट्री कार्यालय ले जाकर जबरन जमीन को अपने नाम करा लिया। बैनामे के दौरान सर्किल रेट 25 लाख में दर्शाया गया था। 20.50 लाख के चार चेक दिए थे, उसके बदले सादे चेक वापस ले लिए। उन्हें पैसा ही नहीं मिला। वह काफी डर गए थे। अब मुख्तार के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है तो उन्होंने भी शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराकर कर कार्रवाई की मांग की है।

मुख्तार की बहन ने फर्जीवाड़ा कर कब्जाई सरकारी भूमि

मुहम्मदाबाद: नगर पालिका परिषद के ईओ वीरेंद्र कुमार राव ने मुख्तार की बहन फहमिदा व पूर्व चेयरमैन शमीम अहमद के खिलाफ रिकॉर्ड में फर्जीवाड़ा कर सरकारी भूमि पर कब्जा करने के मामले में एफआइआर कराई है। आरोप है कि चार लोगों ने एसडीएम से शिकायत की थी कि काजीटोला वार्ड नंबर छह गंग में सरकारी तालाब था।

वर्ष 2002 में फर्जी तरीके से उस भूमि को मुख्तार की बहन की सास रहमतुन निशा के नाम कर नपा की सूची में दर्ज कर दिया गया है। इसका संज्ञान लेकर ईओ ने पांच अगस्त को लेखपाल को जांच का निर्देश दिया। जांच में मिला कि सक्षम अधिकारी के बिना स्वीकृति के रहमतुन निशा का नाम अंकित कर दिया गया। रहमतुन निशा ने भूमि की खरीद-बिक्री के लिए मुख्तार की बहन फहमिदा को पावर आफ अटार्नी दे दी। इन्होंने 14 लोगों को भूमि बेच दी।

जांच में तत्कालीन चेयरमैन शमीम अहमद, तत्कालीन अधिशासी अधिकारी गुलाब राय, टैक्स असिस्मेंट रजिस्टर के प्रभारी लिपिक मो. हासिम की संलिप्तता मिली। तत्कालीन अधिशासी अधिकारी गुलाब राय, लिपिक मो. हासिम और रहमतुन निशा की मौत हो गई है। ईओ ने तत्कालीन चेयरमैन शमीम अहमद और मुख्तार की बहन फहमिदा के खिलाफ एफआईआर कराई है।

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