रद्द आवंटन का बकाया जमा करने के लिए अजनारा ग्रुप ने मांगी मोहलत, जानिए क्या है खबर
ग्रेटर नोएडा। अजनारा ग्रुप ने रद्द आवंटन बहाल करने के लिए यमुना प्राधिकरण में आवेदन कर दिया है। भूखंड बहाल करने से पहले आवंटी को भूखंड की वर्तमान कीमत का 10 प्रतिशत पैसा जमा करना होगा। इसके बाद आवंटन बहाली की कार्रवाई शुरू होगी। वहीं, यमुना प्राधिकरण बिल्डर साइट पर चल रहे दफ्तर को सील करेगा। शिकायत थी कि वहां बने दफ्तर से फ्लैट बेचे जा रहे हैं।
यमुना प्राधिकरण ने वर्ष 2010 में अजनारा बिल्डर को सेक्टर-22ए में 25 एकड़ जमीन आवंटित की थी। इस प्रोजेक्ट का नाम अजनारा पैनोरमा दिया गया था। प्राधिकरण ने बकाया नहीं चुकाने पर चार मई को प्रोजेक्ट का आवंटन निरस्त कर दिया था। अजनारा ग्रुप की ओर से बताया गया है कि उन्हें अभी तक आवंटन रद्द करने का कोई पत्र नहीं मिला है। दो साल कोरोना महामारी का दौर रहा। इसके चलते पैसा नहीं जमा कर पाए हैं। यह भी बताया गया कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में ब्याज दर को लेकर अदालत में मामला लंबित है। इसमें वह भी पार्टी हैं। इस फैसले का भी इंतजार कर रहे हैं। साथ ही, बकाया चुकाने की बात कही है। ग्रुप की ओर से भूखंड आवंटन बहाल करने की मांग की गई है। इस बारे में यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है कि प्लॉट आवंटन रद्द होने के बाद बहाल करने की उसकी प्रक्रिया होती है। इसके तहत प्लाट की मौजूदा कुल कीमत का 10 प्रतिशत पैसा जमा करना पड़ता है। उसके बाद बहाली की कार्रवाई शुरू होती है।