Adani Ports ने किया कराईकल पोर्ट का अधिग्रहण, पांच साल में क्षमता दोगुनी करने की योजना
अडानी ग्रुप ने एक और बंदरगाह को अपने नाम किया है. अडानी पोर्ट और स्पेशल इकोनाॅमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) ने घोषणा करते हुए कहा कि नेशनल लाॅ ट्रिब्यूनल के अप्रूवल (NCLT) मिलने के बाद कराईकल पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण किया गया है. कंपनी ने कहा कि डील पूरी की जा चुकी है.
कराईकल पोर्ट क अधिग्रहण से पहले अडानी पोर्ट और स्पेशल इकोनाॅमिक जोन लिमिटेड को केपीपीएल की कारर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया के तौर पर माना जाता था. भारत के पुडुचेरी में स्थित कराईकल पोर्ट एक बड़े आकार और सभी मौसम, गहरे पानी वाला बंदगाह है. इसमें पांच फंक्शनल बर्थ, तीन रेलवे सिडिंग्स, 600 हेक्टेयर की जमीन और 21.5 मिलियन मिट्रिक टन की कार्गो हैंडिलिंग क्षमता है.
कंपनी ने क्या दी जानकारी
अडानी पोर्ट (Adani Port) की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि कराईकल पोर्ट के अधिग्रहण की डील 1,485 करोड़ रुपये में की गई है. बयान के मुताबिक, बंदरगाह तमिलनाडु के कंटेनर वाली कार्गो बेस्ड औद्योगिक केंद्रों और आगामी 9 एमएमटीपीए सीपीसीएल रिफाइनरी के पास है.
अडानी ग्रुप के पास 14 बंदरगाह
अडानी पोर्ट के सीईओ करण अडानी ने कहा कि कराईकल बंदरगाह के खरीदारी के साथ ही अब अडानी ग्रुप देशभर में 14 बंदरगाह को चला रहा है. उन्होंने कहा कि ग्राहकों के लिए रसद लागत को कम करने के लिए बुनियादी ढांचे के लिए समय के साथ 850 करोड़ खर्च करेगा. कंपनी का प्लान अगले पांच साल के दौरान पोर्ट की क्षमता हो दोगुना करने की है.
बता दें कि केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के कराईकल जिले में स्थित है और इसकी स्थापना 2009 में हुई थी और यह चेन्नई से लगभग 300 किमी दक्षिण में स्थित है, जो एक बड़ा बंदरगाह है. वहीं अडानी ग्रुप देश को सबसे बड़ी प्राइवेट और रसद कंपनी है.